खेत पर गए किसानों को सुनाई दी आवाज, पलट कर देखा तो छूटा पसीना, सामने था खूंखार जानवर
पीलीभीत जिले में खेत गए किसान के सामने बाघ आ जाने से पसीना छूट गया। शुक्रवार की सुबह किसानों ने खेत पर बाघ की चहल कदमी को देखा तो दहशत फैल गई।
यूपी के पीलीभीत जिले में खेत गए किसान के सामने बाघ आ जाने से पसीना छूट गया। पीलीभीत में सर्दी और कोहरे का मौसम शुरू होते ही जंगल से बाघ का निकलना भी शुरू हो गया है। शुक्रवार की सुबह किसानों ने खेत पर बाघ की चहल कदमी को देखा तो दहशत फैल गई। किसानों ने ट्रैक्टर से बाघ को जंगल की ओर खदेड़ा। इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई है।
गांव पुरैनी दीपनगर के रहने वाले गुरिंदर सिंह पुत्र जगतार सिंह शुक्रवार की सुबह अपने खेत पर गए थे। धान कटने के बाद गेंहू के लिए तैयारी चल रही थी। खेत पर कोहरे के बीच उनको किसी जानवर की आहट लगी। थोडा करीब से देखा तो बाघ घूम रहा था। बाघ को देखकर उनका पसीना छूट गया। अन्य लोगों को बुलाकर ट्रैक्टर से बाघ को जंगल में खदेड़ा। किसानों का कहना है कि आए दिन बाघ खेतों में घूमते देखे जा रहे। इससे न तो धान की कटाई हो पा रही और न तैयारी।
किशनपुर में एक साथ दिखाई दिए तीन शावकों संग दिखी बाघिन
लखीमपुर में दुधवा के किशनपुर सेंच्युरी में लगातार तीसरे दिन भी सुबह की सफारी में एक साथ चार बाघों के दीदार हुए। इसमें एक बाघिन के साथ तीन शावक नजर आए। शुक्रवार को किशनपुर सेंचुरी में सुबह जंगल सफारी का आनंद ले रहे पर्यटकों को एक साथ चार बाघ दिखाई दिए। बाघिन अपने तीन शावकों के साथ जंगली मार्ग पर विचरण करती नजर आई जंगल सफारी का आनंद ले रहे पर्यटक एक साथ चार बाघ देखकर रोमांचित हो उठे और खूबसूरत नजारे को अपने कमरे में कैद कर लिया। गुरुवार को किशनपुर सेंच्युरी पहुंचे वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना को भी बाघ के दीदार हुए थे। पर्यटन सत्र के शुभारंभ से ही लगातार तीन दिनों से बाघ की हो रही साइटिंग से पार्क प्रशासन सहित जिप्सी चालक व गाइड खासे खुश नजर आ रहे है।
चौथे चरण की बाघ गणना शुरू
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देश पर अमनागढ़ टाइगर रिजर्व रेंज में चौथे चरण की बाघ गणना शुरू कर दी गई है। बाघ गणना की शुरुआत वन मंत्री ने कैमरा ट्रैप्स लगाकर की। बाघ गणना के लिये रेंज में नौ स्थानों पर कैमरा ट्रैप्स लगाये जायेंगे। भारतीय वन्यजीव संस्थान तकनीकी सहयोग व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (भारत) और टाइगर रिजर्व एरिया की टीम ने संयुक्त अमानगढ़ रेंज में बाघ गणना शुरू कर दी हैं। रेंज में बाघों की गणना कैमरा के माध्यम से की जायेगी। बाघ गणना की शुरुआत वनमंत्री केपी मलिक ( वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, उत्तर प्रदेश) ने कैमरा लगाकर की।