डीडीयू में जल्द होगी 151 शिक्षकों की भर्ती, एक-दो दिन में निकलेगा विज्ञापन; 4 साल से खाली हैं पद
- जिन विषयों में भर्ती होनी है, उनमें अर्थशास्त्र, हिंदी, प्राचीन इतिहास, शिक्षाशास्त्रत्त्, दर्शनशास्त्रत्त्, समाजशास्त्रत्त्, राजनीति विज्ञान, वनस्पति विज्ञानी, जंतु विज्ञान, बायोटेक्नालाजी, इलेक्ट्रानिक्स जैसे विषय शामिल हैं। जल्द ही विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
Teacher Recruitment: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र-शिक्षक अनुपात बेहतर होगा। विश्वविद्यालय में 151 शिक्षकों की नियुक्ति होने वाली है। विश्वविद्यालय प्रशासन इसके लिए एक से दो दिनों में विज्ञापन जारी करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन विभिन्न विषयों में एक चेयर प्रोफेसर, दो निदेशक (संविदा), 29 प्रोफेसर, 50 एसोसिएट प्रोफेसर, 24 असिस्टेंट प्रोफेसर और 45 असिस्टेंट प्रोफेसर (संविदा) के रिक्त पदों के सापेक्ष ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करने जा रहा है।
यह पद पिछले चार वर्षों से रिक्त थे। विश्वविद्यालय ने इसके लिए आरक्षण का रोस्टर भी तैयार कर लिया है। जिन विषयों में भर्ती होनी है, उनमें अर्थशास्त्रत्त्, हिंदी, प्राचीन इतिहास, शिक्षाशास्त्रत्त्, दर्शनशास्त्रत्त्, समाजशास्त्रत्त्, राजनीति विज्ञान, वनस्पति विज्ञानी, जंतु विज्ञान, बायोटेक्नालाजी, इलेक्ट्रानिक्स जैसे विषय शामिल हैं। जल्द विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के बाद उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययन-अध्यापन के प्रारूप में होने वाले बदलाव के चलते सभी संस्थानों को अपेक्षाकृत अधिक शिक्षकों की आवश्यकता महसूस हो रही है। वह अधिक से अधिक नियुक्ति की संभावना तलाश रहे हैं। इसी क्रम में ही दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने शिक्षकों के उन पदों को भरने की योजना बना ली है, जो बीते चार वर्ष में दो बार की भर्ती के बाद भी खाली हैं। ऐसे पदों की संख्या 102 हैं, जिसमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल हैं।
चार साल में दो बार हो चुकी है शिक्षक भर्ती
वर्ष 2018 के पहले विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली थे। अध्ययन-अध्यापन मुश्किल हो गया था। इसे देखते हुए तत्कालीन कुलपति प्रो. वीके सिंह लंबे समय बाद 150 पदों पर शिक्षकों की भर्ती 2018 में की। शिक्षकों के रिटायर होने और विश्वविद्यालय छोड़कर चले जाने के बाद जब कई विभागों में शिक्षकों की कमी महसूस की जाने लगी तो बीते वर्ष तत्कालीन कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने एक बार फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू की और शिक्षकों के 48 पद भर दिए।
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प्रो. जितेंद्र मिश्र बने विधि संकाय के अध्यक्ष व अधिष्ठाता
गोरखपुर। वरिष्ठ आचार्य प्रो. जितेंद्र मिश्र दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि विभाग के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता बन गए हैं। उन्होंने शनिवार प्रो. अहमद नसीम से कार्यभार ग्रहण कर लिया है। प्रो. नसीम का चक्रानुक्रम में तीन साल का कार्यकाल तीन जनवरी को पूरा हो गया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रो. मिश्र ने अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं। कार्यभार ग्रहण करने पर कुलपति प्रो. पूनम टंडन, प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, प्रो. रजनीकांत पांडेय, प्रो. अनुभूति दुबे, प्रो. विनोद सिंह, प्रो. श्रीनिवास मणि त्रिपाठी, प्रो. श्रीवर्धन आदि ने बधाई दी हैं।
कुलपति बोलीं
डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि छात्र-शिक्षक अनुपात बेहतर करने के उद्देश्य से रिक्त पदों को तत्काल प्रभाव से भरा जाएगा। इसके लिए जल्द विज्ञापन जारी करके आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर होने का लाभ विभिन्न रैंकिंग में भी मिलेगा।