टीसीएस के इंजीनियरों ने आउट कराया था पीजीआई का पेपर, चार गिरफ्तार, इस तरह हुआ खेल
- केपी सिंह मेमोरियलल इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी कालेज में 15 जुलाई को हुई पीजीआई नर्सिंग आफिसर परीक्षा में पेपर लीक कराने में टीसीएस के इंजीनियर शामिल थे। पुलिस ने चार इंजीनियरों को सीतापुर के बिजवार पुल के नीचे से पकड़ा है।
केपी सिंह मेमोरियलल इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी कालेज में 15 जुलाई को हुई पीजीआई नर्सिंग आफिसर परीक्षा में पेपर लीक कराने में टीसीएस के इंजीनियर शामिल थे। पुलिस ने चार इंजीनियरों को सीतापुर के बिजवार पुल के नीचे से पकड़ा है। उनके पास लैपटाप, मोबाइल व प्रिंटर बरामद हुए है। मामले में कुछ अभ्यर्थियों को नकल कराने में आठ को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र के मुताबिक तफ्तीश में चार अभियुक्तों अमित मिश्रा पुत्र हरगोविन्द मिश्रा निवासी नैमिषपुरम थाना कोतवाली देहात सीतापुर, उत्कर्ष मिश्रा पुत्र आदर्श मिश्रा निवासी 178 विजय लक्ष्मीनगर थाना कोतवाली नगर सीतापुर, अंकित श्रीवास्तव पुत्र राकेश निवासी आदर्श नगर सेक्टर थाना कोतवाली देहात सीतापुर व गौरव राजवंशी पुत्र राजेश कुमार निवासी न्यू ग्वाल मंडी थाना कोतवाली नगर सीतापुर के नाम प्रकाश में आए थे। चारों वांछित चल रहे थे। सभी को नैपालापुर से बिजवार जाने वाले मार्ग में पड़ने वाली रेलवे ओबरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से तीन लैपटाप, पांच मोबाइल, एक प्रिन्टर व तीन डायरी बरामद हुई है।
इस तरह किया पेपर लीक
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि परीक्षा केन्द्र के संजय पाण्डेय को जेल भेजा जा चुका है। संजय पांडेय व अमित मिश्रा व परीक्षा कराने वाली एजेन्सी (टीसीएस) के तीन इंजीनियर उत्कर्ष, अंकित, गौरव ने मिलकर सर्वर पर एक एक्सटेंशन साफ्टवेयर डाउनलोड किया। उसे रिब्यूट कराया जिसकी मदद से परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात प्रश्नपत्र का प्रिन्टआउट करके उत्तर तैयार करा लिया। हल प्रश्नपत्र को 22 छात्रों तक पहुंचाने का प्रयास किया गया।
आठ छात्रों तक पहुंच पाया जिन्हें पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। टीसीएस के अन्य कर्मचारियों के संलिप्तता एवं परीक्षा केन्द्र के अन्य शामिल व्यक्तियों के सम्बन्ध में सूचना/साक्ष्य संकलित किया जा रहा। पीजीआई से अभ्यर्थियों की सूचना प्राप्त कर उनका अभ्यर्थन निरस्त कराने की कार्यवाही की जा रही है। परीक्षा केंद्र व कार्यदायी एजेंसी (टीसीएस) के विरुद्ध भी ब्लैकलिस्ट करने की कार्यवाही की जाएगी।