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सुलतानपुर:चिह्नांकन बाद भी कब्जे से मुक्त नहीं हो सकीं सड़कें

सुलतानपुर,संवाददाता शहर के हाईवे लिंक मार्गों व चौक बाजार के इलाके में सड़कों कब्जेदारों

Newswrap हिन्दुस्तान, सुल्तानपुरSat, 23 Nov 2024 05:06 PM
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सुलतानपुर,संवाददाता शहर के हाईवे लिंक मार्गों व चौक बाजार के इलाके में सड़कों कब्जेदारों व अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने को लेकर एक साल पहले चिह्नांकन किया गया। फिर भी अभी तक शहर की सड़कें कहीं पर भी अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो पाई हैं। नगर की सड़कों पर हर तरफ कब्जे वअतिक्रमणकारी हैं। डीएम की अध्यक्षता में गठित टीम में शामिल अधिकारियों के होमवर्क का परिणाम सामने नहीं आ सका ।

वर्ष 2023 अक्टूबर माह के शुरूआत में जिलाधिकारी कृत्तिका ज्योत्स्ना की अध्यक्षता में शहर को अतिक्रमणकारियों मुक्त से मुक्त कराने के लिए टीम बनी थी। इसमें लोक निर्माण विभाग की सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन, लोनिवि प्रांतीय खण्ड, एसडीएम सदर राजस्व टीम, सीओ सिटी, नगर कोतवाली निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं नगर पालिका की सड़कों को कब्जेदारों व अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने की जिम्मेदारी नगर पालिका ईओ व टीम, एसडीएम सदर व राजस्व टीम, सीओ सिटी,नगर कोतवाली निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई थी। टीम का मुख्य प्रभारी अपर जिलाधिकारी को बनाया गया था। इस दौरान लोनिवि प्रांतीय खण्ड के तत्कालीन अधिशासी अभियंता संतोषमणि तिवारी की ओर से सहायक अभियंता दलगंजन सिंह, एई चित्रा वर्मा व वंदना यादव के साथ आधा दर्जन अवर अभियंता के साथ सर्वेयर टीम को भी लगाया गया था।

टीम ने अयोध्या-प्रयागराज हाईवे लिंक मार्ग को गोलाघाट से पयागीपुर तक और लखनऊ-बलिया हाईवे लिंक मार्ग रोडवेज बस स्टेशन से अमहट तक सड़क के मध्य से 53-53 फिट दोनों तरफ चिन्हांकन किया। अतिक्रमण व कब्जे की परिधि में आने वाली इमारतों पर लाल निशान भी लगाया। लोकसभा चुनाव के दौरान अफसरों ने अभियान रोक दिया। चिह्नांकन करने वाले काफी संख्या में तबादले का शिकार हो गए। फिर से चिन्हांकन को अमल में लाना भी अफसरों ने लाना मुनासिव नहीं समझा।

इनसेट:

खदेड़े गए पटरी दुकानदारों ने फिर कर लिया कब्जा

सुलतानपुर। शहर के अंदर चौक के चारों तरफ फोरलेन में तब्दील सड़कों अतिक्रमणकारियों व कब्जेदारों से मुक्त कराने के लिए उन्हें खदेड़े जाने के बाद फिर दुकानदारों ने कब्जा कर लिया। दूसरी ओर नगर पालिका की ओर से शहर से अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए 378 बेशमेंट इमारतों की भी लिस्ट दिया था। पर, चुनाव के दौरान फिर अतिक्रमणकारी व कब्जेदार काबिज हो गए। यहां तक पटरी की बात तो दूर रही, डिवाइडरों पर भी दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है। इससे शहर की यातायात व्यवस्था जस की तस हो गई।

इनसेट:

संदिग्ध दुकानदारों का व्यापारियों ने उठाया था मुद्दा

सुलतानपुर। शहर में अतिक्रमण व कब्जेदार का मुद्दा चौक में सर्राफ के यहां डकैती के दौरान सर्राफा व्यापार मंडल ने पटरी-डिवाइडर पर दुकान लगाने वालों को संदिग्ध करार दिया था। पटरी के सभी कब्जेदारों व दुकानदारों को हटवाने के लिए उच्चाधिकारियों से मांग भी किया था। लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद कुछ दिनों के लिए अतिक्रमण हटा। अब फिर अतिक्रमण व कब्जेदार दुकानें सजाना शुरू कर दिए हैं। सीओ सिटी प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि नगर में जाम की स्थित दिनप्रतिदिन गम्भीर होती जा रही है। शहर को अतिक्रमण व कब्जेदारो के साथ जाम से मुक्त कराने के लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता कर सख्ती के साथ अभियान चलाया जाएगा। जो भी कब्जा करने वाले उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

कोट

नगर की पटरियों,डिवाइडरों व सड़कों को अतिक्रमण व कब्जेदारों से मुक्त कराकर जाम से निजात दिलाने के लिए अब सख्ती के साथ अभियान चलाया जाएगा। पटरी दुकानदारों को बेडिंग जोन में भेजवाया जाएगा। जो नहीं जाएंगे उन्हें शहर के अंदर भी दुकानें नहीं लगाने दिया जाएगा।

लाल चन्द्र सरोज,ईओ नगर पालिका

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