इमाम हुसैन की याद में हुआ नौहा-मातम, गूंजी या हुसैन की सदाएं
सुलतानपुर, संवाददाता कुड़वार क्षेत्र के मनियारपुर गांव में जुलूस-ए-अजा का आयोजन हुआ। जुलूस
सुलतानपुर, संवाददाता कुड़वार क्षेत्र के मनियारपुर गांव में जुलूस-ए-अजा का आयोजन हुआ। जुलूस सोमवार को सुबह 9 बजे रौजे जनाब सकीना (स.) से बरामद हुआ। जुलूस में सोजख्वानी दिलावर हुसैन ने की। पेशख्वानी नावेद फैसल व गौहर सुल्तानपुरी ने किया।
मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना अली अब्बास खान ने कहा कि कर्बला की जंग हक और बातिल की जंग थी। हज़रत इमाम हुसैन के साथ सिर्फ 72 लोग थे। जबकि यजीदीयो के फौजें लाखों की तादात में थी बावजूद इसके इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ यजीदी हुक़ूमत के सामने खड़े हो कर दुनिया को ये बता दिया कि हक़ के लिए जंगे कैसे जीती जाती है। जुलूस का संचालन मौलाना फक़ी सुलतानपुरी ने किया। जुलूस में नकाबत ज़ीशान आज़मी ने किया और जुलूस के दौरान मौलाना ने कर्बला का बयान पेश किया।
जुलूस अपने निर्धारित मार्ग से होता हुआ इमाम बारगाह पर सम्पन्न हुआ। जुलूस में अंजुमन अब्बासिया फैजाबाद, अंजुमन शमे हुसैनी कानपुर, अंजुमन जिनतुल अजा अलीगढ़, अंजुमन हैदरिया मनियारपुर ने अपने मख्सूस अंदाज में नौहाख्वानी व सीनाज़नी पेश करते हुए जुलूस को अपने गंतव्य तक पहुंचाया। इस मौके पर आबिद हुसैन, गजनफर, अनसर रिज़वी, लकाउल हसन, मोहम्मद आमिल, क़ायम मेहदी, शहबाज हैदर, आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। ये जानकारी हुसैनी आर्मी के अध्यक्ष फज़ल रिज़वी फैज़ ने दी।
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