कक्षा चार के छात्र की हत्या से कटकाकाण्ड की याद ताजा
कक्षा चार के छात्र की हत्या से कटकाकाण्ड की याद ताजाकक्षा चार के छात्र की हत्या से कटकाकाण्ड की याद ताजाकक्षा चार के छात्र की हत्या से कटकाकाण्ड की या
कटका में वर्ष 2018 में नौकर ने ही व्यापारी के दो पुत्रों का अपहरण था एक बच्चे का शव और दूसरा मरणासन्न अवस्था में पुलिस को मिला था
सुलतानपुर।
गोसाईगंज थाना क्षेत्र के कटका में वर्ष 2018 डेकोरेटर व्यापारी के पुत्रों के अपहरण की तर्ज पर मंगलवार को शहर के गांधीनगर बाधमंडी में ठेला लगाने वाले ने दुकानदार ने कक्षा चार के छात्र को मार डाला। बाधमंडी के तम्बाकू व्यापारी के पुत्र का अपहरण करके फिरौती नहीं देने पर उसकी हत्या करके शव को अपने बेड के नीचे छुपा दिया था। कटकाकाण्ड की तर्ज पर अपह्रता परिवार वालों के साथ छात्र की तलाश में जुटा था।
वर्ष 2018,20 सितम्बर को गोसाईगंज थाना क्षेत्र के कटका निवासी डेकोरेटर व्यापारी राकेश कुमार अग्रहरि ने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए 50 लाख रुपए की भूमि देखने के लिए नौकरों को लेकर गया हुआ था। इस पर नौकरों की नियत खराब हो गई थी। नौकरों ने राकेश के दो पुत्रों का दिव्यांश व श्रेयांस का नौकर रघुवर यादव, शिवपूजन राय, रुद्रेश भरद्वाज, सूरज बहेलिया, शिवानन्द उर्फ हरिओम शर्मा ने मिलकर अपहरण करा लिया था। 50 लाख रुपए के फिरौती की मांग की थी। इस बीच जब गायब पुत्रों की पिता राकेश ने तलाश में लग गए थे। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो व्यापारी और पुलिस के साथ तलाश में जुट गए थे। पर,जब अपहरणकार्ताओं को यह भनक लग गई की पुलिस उन तक पहुंच सकती है तो व्यापारी के दोनों पुत्रों की हत्या की ठान ली। लेकिन शहर के करौंदिया में व्यापारी के पुत्र श्रेयांश की हत्या कर दिया और पुलिस ने दिव्यांश को मरणासन्न अवस्था में बरामद कर लिया था। पुलिस ने पांचो नौकरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसमें चार अजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और शिवानन्द शर्मा नाबालिग होने के कारण सजा से अभी बचा हुआ है।
इनसेट:
हत्या के बाद भी पिता से मांगता रहा फिरौती
सुलतानपुर।
मंगलवार को नगर कोतवाली के बाधमंडी गांधीनगर निवासी आसिफ उर्फ सोनू पुत्र बब्बू ने पड़ोस के 11 वर्षीय बालक का सोमवार को अगवा कर लिया था। बालक के पिता की तहरीर पर नगर कोतवाली पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज हुई थी। इससे अपहरण करने के बाद आसिफ ने ई-रिक्शा व राहगीर के फोन के जरिए आहिल के पिता शकील से पांच लाख की फिरौती मांगी थी। 3.50 लाख पर सौदा भी तय हो गया था। पर,फिरौती आसिफ अपहृत ओसामा की हत्या करने के बाद मांग रहा था। जब शकील के फिरौती मांगे जाने पर पुलिस सक्रिय हुई तो अपहरणकर्ता आसिफ भी पुलिस व परिवारीजनों के साथ हमदर्द बन जुटा रहा। पुलिस ने सुराग लगने पर आसिफ के घर में भोर तीन बजे छापेमारी की तो बेड के नीचे तलाशी के दौरान बरामद मृत बालक के शव को देख दंग रह गई। ऐसे में छह साल पहले कटका काण्ड की लोगों को याद आ गई। आसिफ इतना शातिर था कि उसने पत्नी को पहले ही मायके भेज दिया था।
इनसेट:
आशिफ पहले से शातिद दिमाग था
सुलतानपुर। पुलिस को जांच में पता चला कि आसिफ पहले अलमारी व बक्सा कारखाने में नौकरी करता था। मालिक को भरोसे में लेकर उसके एटीएम कार्ड से पैसे का लेनदेन भी करता था। बाद में उसने अपने मालिक के एटीएम को चुरा लिया था। मालिक के खाते से एक लाख रुपए निकाल लिया। जब भंडाफोड़ हुआ तो कारखाना से उसे निकाल दिया गया।
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