कारसेवकों की कहानी सुनकर रोने लगे कोलकाता के श्रद्धालु
Sultanpur News - हर हर गंगे , बम बम भोले के बाद अब श्री राम के दर्शन की आसकारसेवकों की कहानी सुनकर रोने लगे कोलकाता के श्रद्धालुकारसेवकों की कहानी सुनकर रोने लगे कोलका
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हर हर गंगे , बम बम भोले के बाद अब श्री राम के दर्शन की आस कोलकाता के मेदनीपुर जिले से आए हुए श्रद्धालुओं ने गाया गीत
भदैंया, संवाददाता
कोलकाता मेदनीपुर से आए 35 श्रद्धालुओं को शुक्रवार की रात भदैंया मुख्यालय में भोजन व आराम करने की व्यवस्था की गयी। व्यवस्थापकों ने राममंदिर की कारसेवा की बातें उनको बताई तो सभी श्रद्धालुओं की आंखों से आंसू गिरने लगे। सभी रूंधे गले से जय श्री राम का जयघोष कर अयोध्या दर्शन करने को निकले।
भदैंया मुख्यालय पर अयोध्या जाने वाले यात्रियों की एक बस शुक्रवार की रात आठ बजे फिर रुकी। जिसमे कोलकाता के मेंहदीपुर के करीब 35 श्रद्धालु मौजूद थे। सभी यात्री रुके तो मुख्यालय की टीम ने उनके लिऐ सभागार कक्ष खोला और सभी यात्री आराम करने को गये। यात्रियों के लिए भोजन बनाया जाने लगा। इसी बीच यात्रियों का परिचय करने और बातचीत करने संघ के पदाधिकारी देवी तिवारी और सहायता शिविर के राजेश चतुर्वेदी पहुंचे। यात्रियों ने ताली बजाकर बंगला लोकगीत सुनाया। म्हारो प्यारो बांग्लो , सब कुछ न्योछारो बांग्लो। लोकगीत गाकर यात्रियों ने सबको मुग्ध कर दिया। श्रद्धालुओं की टीम मे राइमा बनर्जी, सोमन बनर्जी, श्रुति चटर्जी, मोमुन जावा, सीमा सेन, निकिता शर्मा , जेपी नैयर, सुमित नैयर आदि लोग मौजूद थे। सभी ने बताया कि 20 किमी की यात्रा कर सभी संगम की त्रिवेणी मे स्नान किए हैं। सभी ने हर हर गंगे जय प्रयागराज का जयघोष भी किया । इसके बाद 12 घंटे की यात्रा कर वाराणसी पहुचकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन किऐ और अब राममंदिर को देखने जा रहे है।
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सुनाई कारसेवको के बलिदान की कहानी
इसके बाद संघ के देवी तिवारी ने श्रद्धालुओं को राममंदिर को लेकर कारसेवकों की यात्रा और बलिदान की कहानियां सुनाई । बताया कि भदैंया के कामतागंज से बभनगंवा घाट से दस हजार से अधिक कारसेवक नदी पार कर अयोध्या कारसेवा मे गये थे। पश्चिम बंगाल का एक कारसेवक गोमती नदी पार करते समय गोमती मे डूबकर मौत हो गयी थी। जिसका अंतिम संस्कार भी यही किया गया था। अयोध्या की घटना और साथी कारसेवक की मौत की बात सुनकर सभी श्रद्धालुओ की आंखो से आंसू निकल गये। सभी ने मृत कारसेवक को श्रद्धांजलि भी दी ।
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अवध की धरती को किया प्रणाम
भोजन बनने मे देरी होने पर सभी श्रद्धालुओ ने लोकगीत को दोबारा गाया जिसके बाद जब अयोध्या धाम और प्रभु श्री राम के मंदिर और स्थापित मूर्ति ( विग्रह ) के विषय में जानकारी दी गई। सभी श्रद्धालु राम मंदिर स्थापना की बात सुनकर भाव विभोर हो गये। फिर सभी रात दस बजे भोजन किऐ। अंत में मेदनीपुर बंगाल से आए लोगों ने इस अवध की पावन धरा को प्रणाम किया और कहा कि यूपी और अवध के लोग बहुत अच्छे हैं । और जय श्री राम के नारे लगाकर अयोध्या दर्शन को चल दिए।
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