हरदोई में मर्डर के बाद भारी बवाल; पुलिस पर करणी सेना समर्थकों का पथराव, धारा 144 लागू
हरदोई में हुए युवराज हत्याकांड को लेकर मंगलवार को बवाल हो गया। करणी सेना समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी। किसी तरह हालात पर काबू पाया गया।
यूपी के हरदोई में हुए युवराज हत्याकांड को लेकर मंगलवार को भारी बवाल हो गया। करणी सेना समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी। किसी तरह प्रदर्शनकारियों पर काबू पाया गया। वहीं, इलाके में 144 लगा दी गई है। एसपी केशव चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मौके पर फोर्स तैनात की गई है। किसी भी व्यक्ति को शांति भंग की कार्रवाई नहीं की जाएगी।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह ने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट कर मंगलवार को पाली पहुंचने का आह्वान किया था। इसमें उग्र प्रदर्शन की बात कही थी। इसके चलते छह थानों की फोर्स के साथ बीएसएफ व पीएसी की चार प्लाटून ने मंगलवार सुबह ही कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया था। दोपहर साढ़े 12 बजे बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके राजवर्धन सिंह, करणी सेना के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग नखासा पुलिया पहुंच गए।
पुलिस ने रोका तो भीड़ पाली-रूपापुर रोड पर बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगी। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर युवराज के हत्यारों को गोली मारने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते भीषण जाम लग गया। न मानने पर पुलिस ने लाठियां चलानी शुरू कर दीं। भगदड़ के बीच भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसमें दरोगा अजय तोमर जख्मी हो गए, जिन्हें सीएचसी शाहाबाद में भर्ती कराया गया। उपद्रव बढ़ता देख पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद प्रदर्शनकारी पीछे हटे। पुलिस ने राजवर्धन, अनुज समेत चार लोगों को दबोच लिया। उन्हें थाने ले जाया गया। करीब 40 मिनट बाद पुलिस पाली-रूपापुर मार्ग खुलवा पाई।
इस मामले में एसपी केशव चंद्र गौस्वामी ने बताया कि करणी सेना के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह उर्फ वीरू ने पाली में विरोध प्रदर्शन का आह्नान किया था। लेकिन यहां धारा 144 लागू थी और 5 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं थी। इसी को देखते ही फोर्स तैनात की गई थी। किसी को भी शांतिभंग की कार्रवाई नहीं करने दी जाएगी। जो शांति व्यवस्था के लिए खतरा हैं उन्हें आने से रोक दिया जाएगा।
प्रेम प्रसंग में हुई थी युवराज की हत्या
पाली थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर के रहने वाले युवराज सिंह की 30 मई को प्रेम प्रसंग को लेकर हुई कहासुनी में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कामरान नाम के युवक को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, अन्य चार बाल अपचारियों को भी संरक्षण में लिया था।