बिना दर्द जबड़े का जटिल आपरेशन होगा, माइक्रो वैस्कुलर सर्जरी शुरू
केजीएमयू के बाद दंत संकाय में जबड़े का जटिल ऑपरेशन शुरू हो गया है। दंत संकाय में माइक्रो वैस्कुलर सर्जरी शुरू हो गई है। इसमें मरीजों को ऑपरेशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मरीजों को दोबारा...
केजीएमयू के बाद दंत संकाय में जबड़े का जटिल ऑपरेशन शुरू हो गया है। दंत संकाय में माइक्रो वैस्कुलर सर्जरी शुरू हो गई है। इसमें मरीजों को ऑपरेशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मरीजों को दोबारा ऑपरेशन का दर्द भी नहीं सहना पड़ेगा।
ओरल एंड मैकसिलोफिएशियल सर्जरी विभाग के डॉ. यूएस पाल ने बताया कि जबड़े से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसमें सबसे ज्यादा एमिलो ब्लॉस्टोमा, कैंसर, ऑस्टियो मलाइटिस समेत दूसरी बीमारी शामिल हैं। केजीएमयू में एमिलो ब्लॉस्टोमा से पीड़ित स्वदेश का माइक्रो वैस्कुलर तकनीक से मुफ्त ऑपरेशन हुआ। प्राइवेट अस्पताल में इस ऑपरेशन पर मरीज को सात से आठ लाख रुपये खर्च करने पड़ते। ऑपरेशन टीम में एनस्थीसिया विभाग की डॉ. मोनिका कोहली, चीफ रेजिडेंट रूप गांगुली, डॉ. रेंगा समेत टीम शामिल थी।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए डॉक्टरों ने लगाई दौड़
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज की ओर से गुरुवार को जनजागरूकता दौड़ की गई। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीसी सक्सेना ने कहा आयुर्वेद से गंभीर से गंभीर बीमारी को जड़ से सही किया जा सकता है। टूड़ियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल की ओर से ऐशबाग रामलीला मैदान से लेकर कॉलेज तक डॉक्टर और कर्मचारियों ने दौड़ लगाकर स्वस्थ रहने का संदेश दिया। कॉलेज में धनवंतरी पूजा भी हुई। इस मौके पर डॉ. शशि बेदार, डॉ. पंकज, डॉ. धर्मेंद्र, डॉ. अनुज आदि शामिल हुए।