क्या है अखिलेश के छोटे भाई प्रतीक यादव का प्लान ? क्या सपा अध्यक्ष को बांटनी होगी मुलायम की सियासी विरासत
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपने पिता द्वारा खड़ी गई गई सियासी विरासत अपने छोटे भाई प्रतीक यादव के साथ बांटनी होगी?
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश यादव को उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। मुलायम सिंह यादव ने अपने जीते जी अखिलेश यादव के हाथों में ही समाजवादी पार्टी की बागडोर थमा दी थी। लेकिन अब मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या उत्तर प्रदेश के इतनी ताकतवर पार्टी की बागडोर और नेताजी की सियासी विरासत क्या अखिलेश अकेले संभालेंगे या फिर उसमें हिस्सेदारी होगी? ऐसा इसलिए क्योंकि अखिलेश यादव अकेले ही मुलायम सिंह यादव के वारिस नहीं हैं।
अखिलेश यादव के एक और भाई भी हैं जिनका नाम प्रतीक यादव है। दरअसल मुलायम सिंह यादव ने दो शादियां की थी। उनकी पहली पत्नी का नाम मालती देवी था जिनका 2003 में देहांत हो गया था। अखिलेश यादव उन्हीं के बेटे हैं। मुलायम सिंह यादव ने दूसरी शादी साधना गुप्ता से की जिनसे उन्हें एक और बेटा हुआ जिनका नाम प्रतीक यादव है।
प्रतीक यादव पेशे से व्यापारी हैं। पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके अस्थि विसर्जन के बाद पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि क्या वो अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालेंगे? इसपर प्रतीक यादव ने कहा कि उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और उनके बड़े भाई अखिलेश यादव ही पार्टी की बागडोर संभालेंगे। प्रतीक यादव से चाचा शिवपाल यादव को लेकर भी सवाल पूछा गया जिसपर उन्होंने कहा कि पूरा परिवार एक है।
प्रतीक यादव के बयान से तो यही लगता है कि वो समाजवादी पार्टी में किसी तरह की दावेदारी नहीं करने जा रहे हैं। हालांकि तस्वीर का एक पहलू ये भी है कि प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं। मुलायम सिंह यादव जब अस्पताल में भर्ती थे तब अपर्णा यादव भी उनसे मिलने पहुंची थीं। गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का निधन हुआ था। इस दौरान अखिलेश यादव समेत पूरा परिवार जमा हुआ था।