Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Will change in UP BJP State President Bhupendra Chaudhary told what is happening and why

यूपी भाजपा में होगा बदलाव? प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बताया क्या और क्यों चल रहा

यूपी की भाजपा में तमाम सरगर्मियों के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को कई बातों पर विराम लगा दिया। भूपेंद्र चौधरी ने यह भी बताया कि क्यों यूपी भाजपा को लेकर इतनी बातें हो रही हैं।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, लखनऊFri, 26 July 2024 09:53 PM
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यूपी भाजपा में तमाम सरगर्मियों के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को कई बातों पर विराम लगा दिया। भूपेंद्र चौधरी ने यह भी बताया कि क्यों यूपी भाजपा को लेकर इतनी बातें हो रही हैं। उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव में नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे हैं। लेकिन इस बात से फिलहाल इनकार किया कि कोई बदलाव होने जा रहा है। भूपेंद्र ने अभी किसी बदलाव की बात को खारिज किया है। शुक्रवार को जयपुर में भाजपा कार्यालय पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि यूपी में चुनावी नतीजे हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे। हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। सारे विषय पार्टी के विचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में परिणाम जरूर गड़बड़ रहे मगर वोट प्रतिशत सर्वाधिक भाजपा का ही रहा है।

भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि यूपी में चुनावी हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। सारी खामियों को दूर करके आगे बढ़ेंगे। प्रदेश में भाजपा नेताओं की बयानबाजी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक दल है। सबको अपनी बात लोकतांत्रिक तरीके से कहने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने नेगेटिव एजेंडा सेट करके लोगों को गुमराह करने का काम किया।

कहा कि प्रदेश की जनता सारी हकीकत समझ चुकी है। चौधरी ने कहा कि पूरी तैयारी के साथ पार्टी विधानसभा उपचुनाव में उतरेगी। अयोध्या-वाराणसी से जुड़े सवाल पर कहा कि विपक्ष कुछ भी कहे लेकिन भाजपा आस्था और विरासत को लेकर आगे बढ़ती रहेगी।

गौरतलब है कि यूपी में हार के बाद से सरकार और संगठन के बीच तनातनी की खबरें लगातार आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठकों से दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद और ब्रजेश पाठक ने दूरी बना रखी है। इसे लेकर ही चर्चाओं का बाजार ज्यादा गर्म है। इस बीच केशव प्रसाद मौर्य का प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सरका से बड़ा संगठन वाले बयान ने आग में घी का काम किया। इसके बाद केशव दिल्ली भी पहुंच गए। इसके बाद से ही हलचल मची हुई है।

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