Modi 3.0 Cabinet: कौन हैं जयंत चौधरी? मोदी 3.0 सरकार में पहली बार बने मंत्री
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ लेकर सबको चौंका दिया। पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह के बेटे जयंत आज पहली बार मंत्री बने हैं।
Jayant Chaudhary: नरेन्द्र मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह में यूपीवालों की निगाहें अपने प्रदेश के उन नेताओं पर टिकीं हैं जिन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने का मौका मिला है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी भी पीएम मोदी की च्वाइस लिस्ट में हैं। देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी आज पहली बार मंत्री बने। उन्होंने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली। जयंत चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ लेकर सबको हैरान कर दिया। इस मौके पर आरएलडी चीफ जयंत चौधरी सफेद कुर्ता और हरे गमछे में दिखाई दिए।
जयंत चौधरी का जन्म 27 दिसम्बर 1978 को अमेरिका के डलास में हुआ था। जयंत चौधरी 2022 से राज्यसभा के सदस्य हैं। इसके पहले वह मथुरा से 15 वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए थे। फरवरी 2024 में चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का ऐलान किए जाने से पहले तक जयंत चौधरी, इंडिया गठबंधन के साथ थे। उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने 2022 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में लड़ी थी। उस चुनाव राष्ट्रीय लोकदल ने यूपी विधानसभा की कुल नौ सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की थी। जबकि 2017 के विस चुनाव में रालोद एक सीट पर सिमट गई थी। सपा और रालोद ने लोकसभा चुनाव-2024 भी साथ लड़ने की तैयारी की थी। सपा ने रालोद को सात सीटों का ऑफर दिया था लेकिन जयंत चौधरी ने वह ऑफर छोड़कर भाजपा के साथ जाना पसंद किया। तब जयंत ने कहा था कि सपा से गठबंधन पर सात सीटें जरूर मिल रही थीं लेकिन प्रत्याशी सपा ही तय कर रही थी। इसके अलावा उसी दौरान भाजपा सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया। इस ऐलान के बाद जयंत चौधरी अपने आपको एनडीए का हिस्सा बनने से रोक नहीं पाए।
लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही राष्ट्रीय लोकदल को समझौते में दो सीटें (बागपत और बिजनौर) मिली थीं। दोनों ही सीटें राष्ट्रीय लोकदल ने जीत ली हैं। मोदी सरकार 3.0 में सहयोगी दलों से 12 सांसदों को मंत्री बनाया गया है। जयंत चौधरी उनमें से एक हैं।
विदेश में पढ़े हैं जयंत
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कई बार सांसद रह चुके अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंक्टेश्वर कॉलेज से स्नातक की उपाधि ली है। उन्होंने 2002 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से अकाउंटिंग और फाइनेंस में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
पिता के बाद संभाली पार्टी की कमान
जयंत चौधरी ने अपना चुनावी सफर 2009 में शुरू किया था। 15 वीं लोकसभा में मथुरा के सांसद रहते 5 अगस्त 2011 को लोकसभा में भूमि अधिग्रहण पर उन्होंने एक निजी सदस्य विधेयक पेश किया था। जयंत सिंह चौधरी वाणिज्य संबंधी स्थायी समिति, वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और सरकारी आश्वासन संबंधी समिति के सदस्य भी थे। उन्होंने पहले कृषि और वित्त संबंधी स्थायी समितियों के साथ-साथ आचार समिति में भी काम किया था। वह मथुरा, नोएडा, हाथरस, ग्रेटर नोएडा, आगरा और अलीगढ़ जिलों में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चले आंदोलन का हिस्सा भी रहे थे। अपने पिता अजीत सिंह के निधन के बाद जयंत ने 2021 में आरएलडी की कमान संभाली।
पारिवारिक जीवन
जयंत चौधरी की शादी फैशन डिजाइनर चारू सिंह से हुई है। उनके दो बच्चे हैं।