गोरखपुर में व्हाइट फंगस के 17, ब्लैक फंगस के छह नए मरीज मिले, एक का हुआ ऑपरेशन
एक तरफ कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है वहीं दूसरी तरफ फंगस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोविड महामारी के बीच ब्लैक फंगस के साथ व्हाइट फंगस अब मरीजों की मुसीबतों को बढ़ा रहा है। बीआरडी...
एक तरफ कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है वहीं दूसरी तरफ फंगस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोविड महामारी के बीच ब्लैक फंगस के साथ व्हाइट फंगस अब मरीजों की मुसीबतों को बढ़ा रहा है। बीआरडी मेडिकल कालेज में शनिवार को फंगस के 23 नए मरीजों की पहचान हुई।
बीआरडी मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस और व्हाइट के फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोविड से ठीक होने वाले मरीजों के साथ-साथ कोविड के मरीजों में भी दोनों फंगस लगातार मिल रहे हैं। इनमें व्हाइट फंगस के 17 और नए मरीज मिले हैं। इसके बाद से कुल मरीजों की संख्या 20 हो गई है। जबकि ब्लैक फंगस का छह और मरीज शनिवार को बीआरडी में भर्ती हुआ है। इसके बाद से इन मरीजों की संख्या 15 हो गई है। जबकि 20 कोविड के ऐसे मरीज हैं, जिनमें ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। इनकी कल्चर एंड सेंसटिविटी जांच के लिए नमूना लिया गया है। इसके अलावा शनिवार को ब्लैक फंगस के एक मरीज का ऑपरेशन हुआ है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि सभी मरीजों का इलाज बीआरडी में चल रहा है। वहीं पोस्ट कोविड ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सभी मरीजों की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी जा रही है।
शुक्रवार को भर्ती हुआ, शनिवार को हुआ ऑपरेशन
महानगर के पचपेड़वा मोहल्ले निवासी 45 वर्षीय युवक की आंखों में लालिमा और सूजन हो गई। वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पोस्ट कोविड वार्ड में शुक्रवार को इलाज कराने पहुंचा। पोस्ट कोविड में मौजूद डॉक्टरों को ब्लैक फंगस का लक्षण दिखा। आनन-फानन में उसकी जांच की गई तो ब्लैक फंगस की तस्दीक हो गई है। डॉक्टरों ने बिना देरी किए शनिवार को उसका ऑपरेशन किया। बताया जा रहा है कि उसकी आंखों में संक्रमण फैल गया था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर फंगस निकाल दिया और साथ ही उसकी आंखों के पिछले हिस्से में एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन और एंटीफंगल दवाएं लगाई।
महिला का सोमवार को होगा ऑपरेशन
महाराजगंज के सिसवा की रहने वाली 55 वर्षीय महिला का भी डॉक्टरों ने छोटे चीरे के जरिए गुरुवार को ऑपरेशन किया था। महिला का एक चक्र ऑपरेशन महाराजगंज के निजी अस्पताल में हो चुका था। बीआरडी में डॉक्टरों ने होम्योपैथिक डॉक्टर व महिला की आंखों की धमनियों से फंगस को निकाला। डॉक्टरों ने आंखें नहीं निकाली। आंख के पिछले हिस्से में एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन और एंटीफंगल दवाएं लगाई लेकिन अभी भी फंगस बना हुआ है। बताया जा रहा है कि सोमवार को महिला का बड़ा ऑपरेशन होगा।