बसपा से निष्कासित इमरान मसूद किधर जाएंगे? कल समर्थकों की मीटिंग के बाद लेंगे फैसला
पूर्व विधायक इमरान मसूद किधर जाएंगे? इस बात का फैसला रविवार को होगा। इमरान मसूद अपने समर्थकों के साथ सुबह 11 बजे से अंबाला रोड स्थित सागर रत्ना होटल में विचार-विमर्श करेंगे।
पूर्व विधायक इमरान मसूद किधर जाएंगे? इस बात का फैसला रविवार को होगा। हालांकि इससे पहले इमरान मसूद ने समर्थकों की एक मीटिंग बुलाई है। इमरान मसूद अपने समर्थकों के साथ सुबह 11 बजे से अंबाला रोड स्थित सागर रत्ना होटल में विचार-विमर्श करेंगे। उसके बाद तय अगला कदम तय किया जाएगा। पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कांग्रेस के बाद सपा और फिर बसपा में ज्वाइनिंग की थी। अगस्त महीने में उन्होंने बसपा में रहते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जमकर तारीफ की थी। इसके बाद बसपा सुपीमो ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर इमरान मसूद और उनके भाई नोमान मसूद को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। अब इमरान मसूद किस पार्टी में जाएंगे, इसे लेकर कयासबाजी जारी है। जबकि उनके कांग्रेस के अलावा रालोद और एआईएमआईएम में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि इमरान मसूद ने इस मुद्दे पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं। उधर, इमरान मसूद ने बताया कि अभी फिलहाल वह समर्थकों के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
10 दिन पहले ही बसपा से निकाले गए थे इमरान मसूद
10 दिन पहले पूर्व विधायक इमरान मसूद और उनके भाई नोमान मसूद को मायावती ने बसपा से निकाल दिया था। उन पर अनुशासनहीनता करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यह कार्रवाई की गई थी। वह आठ महीने पहले ही सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे। बसपा जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने बताया था कि कि इमरान मसूद पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। कई बार उन्हें चेतावनी दी गई, लेकिन उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया था। जब इमरान को पार्टी में शामिल किया गया था, तब स्पष्ट बता दिया गया था कि पार्टी के प्रति उनकी कार्यशैली और गतिविधियों को ध्यान में रखकर सहारनपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया जाएगा।
नगर निकाय के चुनाव में उन्होंने मेयर सीट पर अपने परिवार के सदस्य को टिकट देने के लिए दबाव बनाया। इस शर्त पर मेयर का पद का टिकट दिया गया कि यदि इनके परिवार का सदस्य चुनाव हार जाता है तो फिर इमरान को लोकसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा। यदि परिवार के सदस्य मेयर चुनाव जीत जाते हैं तो लोकसभा का टिकट देने के बारे में सोच विचार किया जाएगा। इत्तिफाक से बसपा के टिकट पर लड़ीं इनकी भाभी खदीजा मसूद चुनाव हार गईं। इस दौरान और भी कई आरोप इमरान पर लगाए गए।
कांग्रेस से दो बार लड़ चुके हैं लोकसभा का चुनाव
इमरान मसूद कांग्रेस से दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2014 में चार लाख से अधिक वोट पाए थे, जबकि 2019 के चुनाव में सवा दो लाख मिले थे। वह वेस्ट यूपी के दिग्गज नेता रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं।