दिल्ली में तंबाकू कारोबारी के ठिकानों से मिलीं साढ़े 12 करोड़ की घड़ियां, आयकर विभाग के हाथ लगा बड़ा खजाना
दिल्ली में तंबाकू कारोबारी के ठिकानों से आयकर विभाग के हाथ बड़ा खजाना लगा है। तंबाकू कारोबारी के ठिकानों से साढ़े 12 करोड़ की घड़ियां मिलीं हैं।
तंबाकू कारोबारी बंशीधर श्रीराम टोबैको कंपनी के ठिकानों पर चल रही आयकर की छापेमारी के तीसरे दिन शनिवार को दिल्ली के वसंत विहार स्थित आवास से हीरों से जड़ी डायमंड की पांच घड़ियां बरामद हुई हैं। चमचमाती इन घड़ियों की कीमत साढ़े 12 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई। एक घड़ी का दाम लगभग ढाई करोड़ है। फिलहाल इनकी सही कीमत जांच के बाद ही पता लगेगी। वहीं करीब साढ़े तीन करोड़ की ज्वेलरी व चार करोड़ 80 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं। टीम को तंबाकू कारोबारी केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा व उनके बेटे शिवम मिश्रा के दिल्ली स्थित आवास से शुक्रवार को ही लग्जरी कारें हाथ लगी थीं। इनकी कीमत करीब 60 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
पहले एक बेचा चुका है रोल्स रॉयस : छापेमारी के दौरान मर्सिडीज, रोल्स रॉयस, लेम्बोर्गिनी आदि कारें मिली हैं। लेम्बोर्गिनी की कीमत करीब साढ़े चार करोड़ है। छानबीन में पता चला कि कुछ दिन पहले कारोबारी के बेटे ने रोल्स रॉयस कार को बेच दिया था। इसकी कीमत 14 करोड़ रुपये है। छापेमारी में बरामद रोल्स रॉयस अभी कुछ दिन पहले ही खरीदी गई थी।
पुराने दस्तावेज व कुछ जरूरी सामान ही मिला: आयकर अधिकारियों की टीम कारोबारी की नयागंज स्थित पुरानी गद्दी से शुक्रवार देर रात करीब डेढ़ बजे लौट गई। चार कारों से करीब 15 अफसर 36 घंटे बाद यहां से वापस हुए। बताया गया कि पुरानी गद्दी में सिर्फ पुराने दस्तावेज व कुछ जरूरी सामान ही मिला। हालांकि बेनाझाबर स्थित बंगले पर अभी भी टीम डटी हुई है। यहां दो दर्जन से अधिक अफसर छानबीन कर रहे हैं।
टैक्स दाखिल करने में करोड़ों का खेल : छापेमारी में अबतक जानकारी मिली है कि दूसरी कंपनियों को कच्चा माल सप्लाई करने वाली तंबाकू कंपनी ने बड़े पैमाने पर टैक्स और जीएसटी दाखिल करने में चोरी की है। कंपनी ने 20 से 25 करोड़ का टर्नओवर बताया है। हकीकत में यह टर्नओवर 100-150 करोड़ के आसपास है।
छह माह में कमाए 400 करोड़ : अबतक छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि तंबाकू कारोबारी ने छह माह में तीन से चार करोड़ रुपये की आमदनी की है। इसके एवज में आयकर के साथ-साथ जीएसटी में बड़ी चोरी को भी अंजाम दिया।