जिस विकास दुबे के नाम से कांपते थे लोग, उसकी पत्नी को सता रही ये चिंता
चार साल पहले यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में मार गिराया गया विकास दुबे कभी खौफ का दूसरा नाम था। उसके नाम से लोग कांपते थे लेकिन आज उसी विकास दुबे की पत्नी को अपनी जमीन कब्जा होने की चिंता सता रही है।
Vikas dubey Wife: चार साल पहले यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में मार गिराया गया विकास दुबे कभी खौफ का दूसरा नाम था। उसकी दबंगई और नाम से लोग कांपते थे लेकिन आज उसी विकास दुबे की पत्नी को अपनी जमीन कब्जा होने की चिंता सता रही है। उसका कहना है कि प्रशासन द्वारा सील की गई उसकी खेती की जमीन को बेचा जा रहा है।
विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे की कृषि भूमि को तहसील प्रशासन ने सील कर कब्जे में ले रखा है। कुछ लोग अब इस भूमि पर कब्जा और प्लाटिंग कर बिक्री रहे हैं। रिचा दुबे ने उपजिलाधिकारी बिल्हौर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
विकास दुबे और उनकी पत्नी रिचा दुबे की कृषि भूमि को बिल्हौर के तत्कालीन तहसीलदार द्वारा सील किया जा चुका है। रिचा का आरोप है कि चौबेपुर कलां, चौबेपुर पक्खन और मालौ गांव में कृषि भूमि है। इस भूमि को प्रशासन सील कर कब्जे में ले चुका है। इस भूमि पर काश्तकार जबरन प्लाटिंक कर बिक्री कर रहे हैं। जब विरोध किया तो वह लोग मानने को तैयार नही हैं। मेरे हिस्से की भूमि बिक्री हो जाने से काफी नुकसान हो रहा है। रिचा व उनके वकील अनुराग शुक्ला ने तहसील प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
बता दें कि दो जुलाई 2020 की देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने यूपी पुलिस के सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस मामले में बाद में पुलिस ने विकास दुबे सहित उसके कई गुर्गों को अलग-अलग स्थानों पर एनकाउंटर में मार गिराया था। मामले में 41 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की। विकास दुबे और परिवार की कई संपत्तियों को जब्त कर लिया गया था।
क्या बोला प्रशासन
एसडीएम बिल्हौर रश्मि लांबा ने कहा कि रिचा दुबे की शिकायत मिली है। टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। जमीन पर कब्जा या बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करेंगे और खतौनी में सील की कार्रवाई अंकन न होने पर अंकन कराया जाएगा।