वाराणसी में सात घंटे बिना टोल दिये गुजरे वाहन, इस बार किसानों ने नहीं, NHI और प्रशासन ने कराया फ्री
करीब तीन महीनों से चल रहे किसान आंदोलन के बीच बार बार टोल फ्री कराने की खबरें आती रहती हैं। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने कई बार अलग अलग टोल प्लाजा पर पहुंच कर उसे वाहनों के लिए फ्री...
करीब तीन महीनों से चल रहे किसान आंदोलन के बीच बार बार टोल फ्री कराने की खबरें आती रहती हैं। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने कई बार अलग अलग टोल प्लाजा पर पहुंच कर उसे वाहनों के लिए फ्री करा दिया है। वाराणसी में गुरुवार को डाफी पर स्थित टोल सात घंटे तक फ्री रहा। यहां किसानों ने नहीं बल्कि एनएचआई और जिला प्रशासन ने टोल को फ्री कराया।
दोपहर 12.25 से शाम 7.25 तक फ्री रहा टोल
वाराणसी में दिल्ली हावड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर डाफी में टोल है। गुरुवार को इसी डाफी टोल प्लाजा को सात घंटे के लिए फ्री कर दिया गया। दोपहर 12.25 से शाम 7. 25 बजे तक यह फ्री रहा। बिना फास्टैग वाले वाहनों से कोई राशि नहीं वसूली गई। टोल मैनेजर जयराम ने बताया कि टोल फ्री होने से एनएचआई को लाखों रुपये राजस्व का घाटा हुआ। बताया कि जिला प्रशासन से बातचीत के बाद एनएचआई के चेयरमैन सुखबीर सिंह संधु के आदेश पर एनएचएआई के स्थानीय रीजनल मैनेजर ने टोल को फ्री कराया था।
एनएच-7 पर जाम में फंसे डीएम तो टोल हुआ फ्री
फास्टैग की मियाद समाप्त होने के बाद से डाफी टोल प्लाज पर बिना फास्टैग वाहनों से दोगुना वसूली करने से हाईवे के दोनों तरफ तीन दिनों से लंबा जाम लग रहा था। जाम ऐसा था कि दो दिन तक वाहनों के पहिए रेंग रहे थे। पांच से दस किलोमीटर तक जाम लग गया था। जाम समाप्त करने के लिए एनएचआई ने 17 फरवरी को चार लेन को पूरी तरह से फास्टैग कर दिया था। मिर्जापुर की ओर जाने वाले एनएच-7 पर बीती रात भीषण जाम लगा था। जाम में मिर्जापुर के डीएम समेत कुछ अन्य अधिकारी भी फंसे थे। एनएचएआई के रीजनल मैनेजर इसकी जानकारी एनएचआई के चेयरमैन सुखबीर सिंह संधु को दी। इसे देखते हुए चेयमैन ने डाफी टोल प्लाजा को सात घंटे फ्री करने का आदेश दिया था।
पटना से पहुंचे अधिकारी
डाफी टोल प्लाजा को सात घंटे फ्री करने और डीएम के जाम में फंसे होने की जानकारी पर एनएचआई के रीजन ऑफिसर कर्नल चंदन वत्स देर शाम पटना से वाराणसी पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली और डाफी से लेकर एनएच-7 तक निरीक्षण किया। देर रात तक चली बैठक में उन्होंने कई दिशा निर्देश जारी किए हैं। टोल की तीन लेन के बैरियर खराब हो गए हैं। एनएचआई कर्मचारी बैरियर उठाकर वाहनों को पास कराते रहे। इससे वाहनों को कुछ सेकंड के लिए टोल पर रुकना पड़ रहा था। कर्मचारियों को भी परेशानी हो रही थी।