वाराणसी फिर शर्मसारः स्कूल बस में एलकेजी की बच्ची से छेड़छाड़, सीसीटीवी फुटेज में वारदात कैद, चार पर केस
वाराणसी में एक बार फिर शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया है। यहां एलकेजी में पढ़ने वाली चार साल की बच्ची से स्कूल बस में छेड़छाड़ हुई है। बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में शर्मनाक हरकतें कैद भी हुई हैं।
वाराणसी में एक बार फिर शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया है। यहां एलकेजी में पढ़ने वाली चार साल की बच्ची से स्कूल बस में छेड़छाड़ हुई है। बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कंडक्टर की शर्मनाक हरकतें कैद भी हो गई हैं। मामला बड़ागांव थाना क्षेत्र के तरना स्थित एक निजी विद्यालय का है।
वारदात दस अगस्त को हुई। इसकी शिकायत भी स्कूल में की गई लेकिन कार्रवाई के नाम पर टाल-मटोल होती रही। इस पर बच्ची के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से मिलकर शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देश पर बड़ागांव थाने में कंडक्टर के साथ ही स्कूल प्रबंधक और ट्रांसपोर्ट इंचार्ज समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच शुरू कर दी है।
लालपुर-पाण्डेयपुर थाना क्षेत्र के की रहने वाली 4 वर्षीय मासूम तरना स्थित स्कूल में एलकेजी में पढ़ती है। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि जिस बस से छात्रा को उसके घर छोड़ा जाता था, उसमें मौजूद कंडक्टर स्वामीनाथ बच्ची के साथ छेड़छाड़ करता था। 27 जून से जब भी बच्ची अपने घर जाती थी तो वह डरी सहमी नजर आती थी। बच्ची ने बताया कि कंडक्टर उसे परेशान करता है और गंदी हरकत करता है।
मामले की जानकारी होने के बाद छात्रा के परिजनों ने स्कूल के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज और प्रबंधक और क्लास टीचर से संपर्क कर शिकायत की। शिकायत के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की मौजूदगी में सीसीटीवी फुटेज देखा गया तो कंडक्टर बच्ची को अपनी गोद में बैठाए हुए दिखाई दिया। वह बच्ची के साथ गलत हरकत करते पकड़ा गया।
मामले में शिकायत के बाद भी स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर छात्रा के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से शिकायत की। शिकायत के बाद बड़ागांव पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस बारे में स्कूल के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज विनय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क में कई जगह गड्ढे हैं और ट्रैफिक के दौरान बस में ब्रेक लगाया जाता है। ऐसे में छोटे बच्चे गिर जाते हैं।
कंडक्टर की ओर से बच्ची की सुरक्षा के लिए उसे पकड़ा गया था, अभिभावक द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है। परिजनों की तहरीर पर कंडक्टर स्वामीनाथ, स्कूल प्रबन्धन, ट्रांसपोर्टर इंचार्ज विनय, ज्ञानेंद्र पर मुकदमा दर्ज कर पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।