यूपी : पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश, पति की ऐसे की हत्या
अमरोहा पुलिस ने वारदात के तीन दिन के बाद शनिवार को जोगेश हत्याकांड का खुलासा कर दिया। उसकी पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर जोगेश की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने हत्या में शामिल मृतक की पत्नी और...
अमरोहा पुलिस ने वारदात के तीन दिन के बाद शनिवार को जोगेश हत्याकांड का खुलासा कर दिया। उसकी पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर जोगेश की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने हत्या में शामिल मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी समेत अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार करके चालान कर दिया है।
थाना क्षेत्र के गांव मिठनपुर निवासी जोगेश सिंह (40 वर्ष) उर्फ कलवा मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। बीती 12 मई को उसका शव रामगंगा पोषक नहर के दिसौरा पुल के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। एसपी सुनीति ने भी घटनास्थल का मुआयना कर थाना पुलिस को जल्द हत्याकांड का खुलासा करने का निर्देश दिया। इस बीच परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने मृतक की पत्नी पिंकी और चौहड़पुर बगद निवासी कावेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक की मौत सिर में धारदार हथियार से वार करने से होने की पुष्टि हुई।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए सीओ सत्येंद्र सिंह ने शनिवार को बताया कि मृतक की पत्नी पिंकी के कावेंद्र से अवैध संबंध थे। दोनों ने चुपचाप शादी भी कर ली थी। इसकी जानकारी जोगेश को हो गई थी। इसके बाद दोनों ने जोगेश को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या करने की योजना बनाई। कावेंद्र ने अपने दो दोस्त चमन और सोनू के साथ मिलकर 12 मई की रात मंडी धनौरा से मजदूरी करके लौटते वक्त उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना को हादसे का रूप देने के लिए शव को पुल के किनारे फेंक दिया। शक के आधार पर हिरासत में लिए गए कावेंद्र और पिंकी से सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने पूरा राजफाश कर दिया। मृतक की पत्नी पिंकी, कावेंद्र पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी चौहड़पुर बगद व चमन पुत्र भूप सिंह और सोनू पुत्र बालकिशन निवासी धनौरी खुर्द थाना बछरायूं को आला कत्ल समेत गिरफ्तार कर चालान किया गया है।
हत्या की एवज में दोस्तों को मिलने थे 15 हजार
मंडी धनौरा। कावेंद्र ने जोगेश की हत्या की योजना अपने दो दोस्त चमन और सोनू के साथ मिलकर बनाई थी। इसकी एवज में दोनों को 15 हजार रुपये देना भी तय हुआ था। कावेंद्र ने पांच हजार रुपये बतौर एडवांस दिए थे, बाकी दस हजार रुपये वारदात के बाद देना तय हुआ था।
हत्या से पहले सबने मिलकर पी थी शराब
मंडी धनौरा। जोगेश को मौत के घाट उतारने से पहले तीनों आरोपियों ने 11 मई की शाम को मिलकर शराब पी थी। कावेंद्र की जोगेश से दोस्ती थी। योजना के मुताबिक कावेंद्र ने बछरायूं के घेरकुंडा गांव में समर्सिबल की मोटर डालने के लिए बुलाया था। इसके बाद शाम को जोगेश, कावेंद्र, चमन व सोनू ने मंडी धनौरा पहुंचकर शराब पी और फिर उसके सिर में लोहे के पाइप से वार करने के साथ ही गला घोंटकर हत्या कर दी।
दोनों गुप्त रूप से रचा चुके शादी
मंडी धनौरा। कावेंद्र समर्सिबल का मिस्त्री है। वह जोगेश को मजदूर के रूप में अपने साथ रखता था। इसके कारण उसका जोगेश के घर आना जाना था। इसी बीच उसका पिंकी से प्रेम प्रसंग हो गया। दोनों एक वर्ष पूर्व आर्य समाज मंदिर में गुप्त रूप से शादी भी रचा चुके है, हालांकि जोगेश को इसकी जानकारी हो गई थी।
खुलासे में कॉल डिटेल बनी अहम कड़ी
हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक सुनीति ने दो टीमें बनाई थी। सर्विलांस के जरिए पुलिस को हत्याकांड शीघ्र खोलने में बड़ी मदद मिली। कॉल डिटेल के जरिए कड़ी से कड़ी मिलाते हुए पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबान तक जा पहुंचे और घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन दिन में ही घटना का खुलासा कर दिया।