यूपी विधान परिषद चुनाव: NDA के बाद सपा के 3 प्रत्याशियों ने भरा नामांकन पर्चा, निर्विरोध चुने जाएंगे 13 एमएलसी
यूपी विधान परिषद चुनाव के लिए सपा के तीन प्रत्याशियों ने नामांकन पर्चा भर दिया है। एनडीए के 10 प्रत्याशी भी नामांकन भर चुके हैं। 13 सीटों पर 13 अलग-अलग नामांकन हुए। इससे सभी निर्विरोध चुने जाएंगे।
एनडीए के 10 प्रत्याशियों के बाद सपा के 3 प्रत्याशियों ने विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन पर्चा भरा। राज्य में 13 विधान परिषद की सीटों पर चुनाव हो रहा है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद् की 13 सीटों पर चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन है। सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पहले एनडीए के 10 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा जिसमें से 7 प्रत्याशी बीजेपी के हैं। इसके बाद सपा के प्रत्याशियों ने अन्य 3 सीट पर पर्चा भरा। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी। अब अगर सपा या बीजेपी कोई उम्मीदवार नहीं उतारते हैं तो इन सभी 13 उम्मीदवारों का बिना वोटिंग के ही इनका निर्विरोध चुनाव जाना तय है।
एनडीए के एमएलसी प्रत्याशी सभी सुबह 10 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचे। यहां पर प्रत्याशियों का स्वागत समारोह हुआ। दिन में 11 बजे सभी प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे। वहीं सुभासपा ने पार्टी के पूर्वांचल प्रदेश अध्यक्ष बिच्छेलाल राजभर को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के घोषित प्रत्याशियों में प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक, पूर्व मंत्री डा. महेंद्र कुमार सिंह, पूर्व मंत्री अशोक कटारिया, प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनिवाल, संतोष सिंह, मीडिया सह प्रभारी धर्मेंद्र सिंह तथा झांसी के पूर्व मेयर रामतीरथ सिंघल शामिल हैं। वहीं अद (एस) से कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल और रालोद से योगेश चौधरी प्रत्याशी हैं।
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विधान परिषद चुनाव के लिए गुड्डू जमाली, आलोक शाक्य और किरण पाल को समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने विधायकों को सुबह 10:30 बजे पार्टी कार्यालय में बुलाया। बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए आजमगढ़ के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली का नाम पहले से तय था। पूर्व मंत्री किरण पाल कश्यप, मैनपुरी के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक आलोक शाक्य एवं पूर्व मंत्री बलराम यादव का नाम प्रत्याशियों में चल रहा था। सपा पीडीए को ही उम्मीदवार बनाना चाहती थी। संख्याबल के हिसाब से सपा तीन प्रत्याशी ही जिता सकती है। सपा मैनपुरी व आजमगढ़ दोनों साधना चाहती है।