महाशिवरात्रि से शुरू होगी काशी ई-बस दर्शन सेवा, 500 रुपये किराए में इन जगहों पर करेंगे दर्शन
महाशिवरात्रि पर काशी दर्शन बस सेवा (ई-बस) शुरू होगी। वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यात्री काशी दर्शन के लिए किराया और रूट तय किया गया है।
महाशिवरात्रि पर काशी दर्शन बस सेवा (ई-बस) शुरू होगी। वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 500 रुपये किराया देकर यात्री काशी दर्शन कर सकेंगे। पर्यटन विभाग और वीसीटीएसएल की ओर से काशी दर्शन के तहत पांच स्थानों का चयन किया गया है। जल्द ही कस्टमर केयर नंबर भी जारी किया जाएगा। कैंट बस स्टेशन पर टिकट की बुकिंग होगी और हेल्प डेस्क बनेगा।
वीसीटीएसएल के एमडी गौरव वर्मा ने बताया कि कैंट बस अड्डे से सुबह नौ बजे ई-बस रवाना होगी, जो काशी विश्वनाथ मंदिर, कालभैरव, नमो घाट, सारनाथ, स्वर्वेद मंदिर, मार्कंडेय महादेव धाम, संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड, मानस मंदिर में दर्शन कराने के बाद शाम तक पुनः बस स्टेशन पहुंचेगी। यह सेवा पर्यटकों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है।
सिटी सर्विसेज अधिकारियों के अनुसार ई-बसों में यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। वहीं, यात्री 24 घंटे सर्विलांस कैमरे की कैद में होंगे। उनके लगेज और अन्य सामान चोरी होने की आशंका भी नहीं के बराबर होगी। डिपो में बैठे कर्मचारी काशी दर्शन बस सेवा की ऑनलाइन निगरानी भी करते रहेंगे। इन ई-बसों में किराया भी कम ही रखा गया है और कई स्थलों को शामिल किया गया है। स्थलों से पहले ही परिचालक यात्रियों को जानकारी देंगे। एक दिन में इस बस से धार्मिक स्थलों में एक साथ दर्शन किए जा सकते हैं।
बता दें कि हाल ही में इलेक्ट्रिक बस सेवा 'काशी दर्शन' की समय सारिणी में परिवर्तन किया गया है। नई इलेक्ट्रिक बस सेवा का ट्रायल किया गया और स्वीकृति मिलने के बाद आधिकारिक तौर पर इस सेवा का शुभारंभ हुआ। संशोधित समय सारिणी के अनुसार इलेक्ट्रिक बस सुबह नौ बजे कैंट स्टेशन से यात्रियों को लेकर चलेगी। इलेक्क्ट्रिक बस से पूरे दिन भ्रमण कार्यक्रम पहले से तय रहेगा।