यूपी रोडवेज की जनरथ बसों की हालत खराब, मोबाइल तक नहीं हो रहे चार्ज
यूपी रोडवेज की एसी बसों में यात्रियों को तमाम सुविधाएं देने का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। जनरथ बसों की हालत दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है। आलम यह है कि बसों में लगे चार्जर प्वाइंट खराब पड़े...
यूपी रोडवेज की एसी बसों में यात्रियों को तमाम सुविधाएं देने का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। जनरथ बसों की हालत दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है। आलम यह है कि बसों में लगे चार्जर प्वाइंट खराब पड़े हैं। घंटों सफर करने वाले यात्रियों के मोबाइल तक चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। इससे परेशान यात्री ने टि्वटर पर सीएम को टैग करते हुए गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद मुख्यालय के अफसरों में हड़कंप मच गया।
यात्री आनन्द दूबे प्रयागराज से लखनऊ जनरथ बस से आ रहे थे। जनरथ बस प्रयागराज डिपो की थी। मोबाइल की बैटरी खत्म होने पर चार्ज करना था। बस की हर सीट पर लगे चार्जर प्वाइंट काम ही नहीं कर रहे थे। यात्री की यह शिकायत उदाहरण मात्र है। परिवहन निगम की हर जनरथ बस की हालत खराब है। कभी पहिया निकलने, आग लगने जैसी घटनाओं का यात्री सामना कर रहे है।
किराये में जोड़कर लेते है यात्री सुविधा शुल्क
रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों से सुविधा शुल्क का पैसा जोड़कर किराया लिया जा रहा है। पर यात्री को मिलने वाली सुविधाएं कोसों दूर है। 200 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पर प्रति यात्री 15 रुपये यात्री सुविधा शुल्क लेकर सुविधाएं जीरो दी जा रही हैं।
साढ़े चार घंटे का सफर सात घंटे में पूरा हो रहा
यात्री आनन्द दुबे ने बताया कि प्रयागराज से सुबह नौ बजे चले तो दोपहर ढाई बजे लखनऊ पहुंचे। वहीं वापसी में लखनऊ से शाम पांच बजे चले तो प्रयागराज रात साढ़े ग्यारह बजे पहुंचे। उन्होंने कहा कि लखनऊ से प्रयागराज के बीच 200 किलोमीटर की दूरी मात्र साढ़े चार घंटे में पूरी होनी चाहिए पर यहां छह से सात घंटे में सफर पूरा हो रहा है।
जनरथ बसों में कई खामियां सामने आई हैं। खास तौर पर बसों की वायरिंग में खराबी है। इस वजह से मोबाइल चार्जर प्वाइंट काम नहीं कर रहे हैं। जल्द ही इन सब समस्याओं को दूर करके यात्रियों का सफर बेहतर किया जाएगा। - संजय शुक्ला, मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक), उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम