माघ मेला में आए 175 साधु-संतों ने प्रशासन से मांगी सुरक्षा, अब ऐसे होगा मांग पर फैसला
प्रयागराज के माघ मेला में आए 175 साधु-संतों ने प्रशासन से सुरक्षा मांगी है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण से सभी के आवेदन पत्र पुलिस लाइन भेजे गए। एलआईयू से जांच के बाद सुरक्षा देने पर फैसला होगा।
प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र में राम नाम का जाप करने वाले साधु संतों को सुरक्षा की दरकार है। मेला क्षेत्र में शिविर एवं अन्य सुविधा की मांग करने के साथ ही साधु संतों ने सुरक्षा के लिए भी आवेदन किया है। साधु संतों के आवेदन पत्रों को जांच के लिए एलआईयू को भेजा गया है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वास्तव में खतरा है या नहीं। एलआईयू रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा दी जाएगी। मकर संक्रांति के स्नान के साथ 15 जनवरी से शुरू हो रहा माघ मेला एक महीने चलेगा। संगम की रेती पर एक महीने तक संत धुनी रमाएंगे।
इस दौरान मां गंगा का स्नान, राम नाम का जाप होगा। हर शिविर में भजन, कीर्तन और प्रवचन भी होंगे। यहां हरि भजन और प्रवचन के लिए आने वाले साधु संत अपनी सुरक्षा के लिए गनर की भी मांग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहला स्नान पर्व शुरू होने से पहले ही सुरक्षा के लिए 175 आवेदन आ चुके हैं। सुरक्षा के लिहाज से एक गनर को 24 घंटे साथ रखने के लिए आवेदन किया गया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के दफ्तर में आवेदन पहुंचे तो वहां से सभी को मेला पुलिस लाइन भेज दिया गया।
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आवेदन पत्रों पर एलआईयू से रिपोर्ट मांगी गई है। अफसरों का कहना है कि सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता और एलआईयू की रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। प्रभारी अधिकारी माघ मेला दयानंद प्रसाद का कहना है कि आवेदन आए हैं, जिसे पुलिस को भेजा गया है।
तमाम संतों को दूसरे राज्यों से मिली है सुरक्षा
प्रयागराज। मेला में आए तमाम साधु संत ऐसे भी हैं, जिन्हें दूसरे राज्यों से सुरक्षा मिली है। उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश सरकार ने इन्हें सुरक्षा दी है। इन संतों ने मेले में अपने साथ सुरक्षा कर्मियों के आने का ब्योरा भी मेला प्रशासन को दिया है।