यूपी में पॉलीटेक्निक की पढ़ाई से छात्रों का मोहभंग, 30% सीटें रह गईं खाली; अब सातवें-आठवें चरण की काउंसलिंग की तैयारी
उत्तर प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों को अभ्यर्थी खोजे नहीं मिल रहे हैं। छठे चरण की काउंसलिंग के बाद भी 30 फीसदी सीटें खाली रह गईं हैं। पॉलीटेक्निक की 2,28,527 में से 68 हजार से अधिक सीटें खाली हैं।
उत्तर प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों को अभ्यर्थी खोजे नहीं मिल रहे हैं। छठे चरण की काउंसलिंग के बाद भी 30 फीसदी सीटें खाली रह गईं हैं। पॉलीटेक्निक की 2,28,527 सीटों के सापेक्ष 68 हजार से अधिक सीटें खाली हैं। परिषद अब 7 वें और 8 वें चरण की काउंसलिंग में अभ्यर्थियों को पसंद और खाली सीटों के सापेक्ष दाखिले का मौका देगा।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा के प्रभारी सचिव राम रतन का कहना है संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने प्रवेश परीक्षा 2022 में शामिल न होने वाले अभ्यर्थियों को भी दाखिले का मौका दिया है। इच्छुक अभ्यर्थी अनुदानित, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप एवं निजी पॉलीटेक्निक संस्थाओं में दाखिला ले सकते हैं। पंजीकरण और दाखिले से जुड़ी सभी जानकारियां परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
राजकीय पॉलीटेक्निक में 367 सीटें खाली
लखनऊ के राजकीय पॉलीटेक्निक में वेब डिजाइनिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी के पाठयक्रम में 70 फीसदी से अधिक सीटें खाली हैं। नए पाठ्यक्रम अभ्यर्थियों को नहीं भा रहे हैं। यहां ड्रोन टेक्नोलॉजी, वेब डिजाइनिंग, कम्पयूटर टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी मास कम्युनीकेशन समेत अन्य पाठ्यक्रम में 367 सीटें खाली हैं।