सावधान! क्रिप्टो करंसी के खेल में लाखों गंवा रहे हैं लोग, पढ़ें कैसे ठग बना रहे शिकार
यूपी में क्रिप्टो करंसी के खेल में लोग लाखों गंवा रहे हैं। ठगों ने बिजनेस या ऑफर का झांसा देकर लोगों से लाखों ठगने का शातिर तरीका अपना रखा है। पढ़ें कैसे ठग लोगों को अपने शिकार बनाते हैं।
इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर सक्रिय रहते हैं तो ऑनलाइन कमाने का ऑफर मिलने पर सतर्क हो जाएं। साइबर ठग घर बैठे मोटी कमाई का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने लगे हैं। जॉब मिलते ही रोज हजारों रुपये का फायदा पहुंचाते हैं और लाखों रुपये हड़प जाते हैं। आजकल साइबर सेल में इसी तरह की ठगी की शिकायतें सबसे ज्यादा पहुंच रही हैं। हैरानी की बात ये है कि ठगी के शिकार हुए लोग खुद ही साइबर ठगों के बैंक खातों में लाखों रुपये जमा करते हैं। साइबर सेल कॉलेजों में जागरूकता अभियान चला रहा है।
कैसे होती है ठगी
करेली के रहने वाले शिक्षक अनुभव श्रीवास्तव बिजनेस के चक्कर में 69 लाख रुपये गंवा चुके हैं। इनके जैसे कई लोग लाखों रुपये साइबर ठगों को देने के बाद अब साइबर सेल से मदद मांग रहे हैं। इनके साथ हुई ठगी की घटना एक जैसी है। साइबर सेल ने बताया कि साइबर ठग टेलीग्राम और इंस्टाग्राम पर नौकरी या बिजनेस का विज्ञापन देते हैं।
व्हाट्सएप पर जानकारी शेयर करते हैं। इनसे जुड़ते ही इंस्टाग्राम की जगह अपने टेलीग्राम के ग्रुप में जोड़ लेते हैं। इसके बाद यूट्यूब या किसी फोटो को लाइक व शेयर करने का काम देते हैं। टॉरगेट पूरा होते ही रोजाना हजारों रुपये देते हैं। विश्वास जीतने के बाद खुद संपर्क करके बिजनेस में लाभांश का लालच देते हैं। यहीं से इनका खेल शुरू होता है। 10 हजार से शुरू हुई इस ठगी में क्रिप्टो करंसी के नाम पर बिजनेस शुरू करते हैं।
आईडी बनाकर क्रिप्टो करंसी से जुड़े ग्रुप में जोड़ते हैं। फिर पहली शर्त होती है कि एक लाख प्वाइंट होने पर ही कैश करा सकते हैं। लालच देकर साइबर ठग आसनी से लाखों रुपये जमा कराकर शिकार बना रहे हैं। इसलिए साइबर सेल ने इस ऑफर से दूर रहने की सलाह दी है। कोई भी बिजनेस का झांसा या ऑफर दे ऐसे लोगों से सतर्क रहकर कोई भी कदम उठाने से पहले उसकी जांच करनी चाहिए।