यूपी: अलीगढ़ में हुई नाबालिग लड़की की हत्या ने दिलाई हाथरस कांड की याद, हत्यारों के करीब पहुंची पुलिस
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के किबलास गांव में अपनी नानी के साथ रह रही 16 साल की किशोरी की हत्या ने हाथरस कांड की याद दिला दी। अलीगढ़ में हुई नाबालिग की हत्या गर्दन के पास से गला व मुहं दबाने से हुई।...
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के किबलास गांव में अपनी नानी के साथ रह रही 16 साल की किशोरी की हत्या ने हाथरस कांड की याद दिला दी। अलीगढ़ में हुई नाबालिग की हत्या गर्दन के पास से गला व मुहं दबाने से हुई। इतना ही नहीं, हत्यारे लड़की के शव को काफी दूर तक घसीटते हुए खेत तक ले गए थे। पुलिस को नाबालिग का अर्ध नग्न शव मिला था। अलीगढ़ में हुई यह वारदात हाथरस कांड की याद दिलाता है जिसमें दलित लड़की के साथ कुछ युवकों ने खेत में गैंगरेप किया था और मारपीट भी। कुछ दिनों बाद लड़की की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी।
अलीगढ़ में हुई नाबालिग की हत्या मामले में एसएसपी ने बताया कि लड़की के इंटरनल पार्ट में कोई इंजरी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप जैसी कोई पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि स्लाइड बनवाई गई है। माइक्रोस्कोप की मदद से बारीकी तक पहुंचकर सच्चाई जानी जाएगी। नाबालिक की पोस्टमॉर्टम से पता चल है कि उसके मुंह, दोनों हाथों व पैरों पर चोट के निशान है। इतना ही नहीं, लड़की के शरीर पर नाखून के भी कई जगह निशान हैं।
इस मामले को सुलझाने के लिए एसएसपी समेत महकमे के आला अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल रखा है। इस मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की पांच टीमें बनाई गई हैं जो अलग-अलग दिशाओं में काम कर रहीं हैं। पुलिस का दावा है कि मामले के करीब पहुंच चुके हैं और जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
पुलिस ने इस केस में खेत पर पानी देने वाले करीब पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इन्हीं पांचों पर वारदात को अंजाम देने का संदेह जताया जा रहा है। हालांकि महकमे की ओर से इस संदर्भ में आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आए। पुलिस की टीमों ने गांव के मासूम बच्चों तथा युवाओं एवं बुजुर्गों से अलग-अलग बुलाकर पूछताछ की।
हाथरस कांड में क्या हुआ था?
बीते साल 14 सितंबर को हाथरस में दलित लड़की के साथ कुछ युवकों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया था। लड़की के साथ मारपीट भी की गई थी। गंभीर हालत में लड़की को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई। यूपी पुलिस ने उसी रात पीड़ित का शव गांव में ले जाकर परिवार की गैरमौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया था।