23 किलो सोने से मेरा कोई लेना-देना नहीं, मुझे नहीं चाहिए, कहकर पीयूष जैन ने जमा किया ये पत्र
इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने जब्त 23 किलो सोने पर दावे से इनकार किया। दावा न करते हुए पीयूष जैन ने अपील वापस ली और 56.86 लाख कंपाउंडिंग जमा की। कहा कि 23 किलो सोने से मेरा कोई लेना-देना नहीं।
साहब 23 किलो सोने से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मुझे इसे नहीं चाहिए...। मैंने 60 लाख रुपये की पेनाल्टी जमा कर दी है। अब चल रहे 135 कस्टम एक्ट के मामले में कंपाउंडिंग कर दी जाए। मैं कंपाउंडिंग को लेकर आदेश मानने को तैयार हूं। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कंपाउंडिंग प्रार्थना-पत्र को स्वीकार करते हुए मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क कार्यालय पटना ने बड़ी राहत दी है। जिस पर पीयूष जैन ने 56.86 लाख की कंपाउंडिंग जमा करके 23 किलो सोने का दावा करने वाली अपील को वापस ले लिया है।
अब पीयूष जैन ने स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में शपथ पत्र देकर दर्ज 135 कस्टम एक्ट के मामले में राहत मांगी है। इस पर डीआरआई लखनऊ ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है। 27 दिसंबर 2021 को डीआरआई लखनऊ की टीम ने करीब 11 करोड़ रुपये का 23 किलो सोना कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन से जब्त किया था। कानपुर में भी छापे पड़े थे। डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम ने 196 करोड़ रुपये भी बरामद किए थे। सोना बरामदगी के मामले में पीयूष पर 135 कस्टम एक्ट का मामला दर्ज किया गया था।
विदेशी मार्का सोना बरामद होने पर एडिशनल कमिश्नर कस्टम लखनऊ ने पीयूष जैन का 23 किलो सोना जब्त करके 60 लाख रुपये की पेनाल्टी नौ अप्रैल 2023 को लगाई थी। जिसे पीयूष जैन ने जमा कर दिया था। कुछ दिन बाद ही पीयूष जैन ने कमिश्नर कस्टम लखनऊ के समक्ष अपील दाखिल करके सोने पर अपना दावा किया था। उसे रिलीज करने की गुहार लगाई थी। उस पर सुनवाई चल रही थी।
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इसी बीच पीयूष जैन ने मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क पटना के समक्ष मामले में कंपाउंडिंग करने का प्रार्थना-पत्र 12 दिसंबर 2023 को दिया था। इसमें पीयूष ने कहा कि सोने से उसका कोई लेना-देना नहीं है। वह कंपाउंडिंग के सभी आदेश मानने को तैयार है। जिसे मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क पटना ने स्वीकार करके कमिश्नर कस्टम लखनऊ कार्यालय में अपील को वापस लेकर 56.86 लाख रुपये की कंपाउंडिंग जमा करने का आदेश दिया।
जिस पर पीयूष जैन ने लिखित प्रार्थना-पत्र दिया कि सोने से उसका कोई मतलब नहीं है। पेनाल्टी जमा कर दी है। अपील वापस लेकर 29 दिसंबर को 56.86 लाख रुपये कंपाउडिंग को जमा कर दिया है। कंपाउंडिंग जमा होने के बाद पीयूष जैन ने मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क पटना के आदेश की कॉपी लगाकर उन पर दर्ज 135 कस्टम एक्ट के मामले में राहत देने की गुहार स्पेशल सीजेएम की कोर्ट ने लगाई है। जिस पर जवाब दाखिल करने के लिए डीआरआई लखनऊ ने समय मांगा है।
विशेष लोक अभियोजक, अम्बरीश टंडन ने कहा कि पीयूष जैन ने पेनाल्टी के बाद अब 56.86 लाख रुपये की कंपाउंडिंग भी जमा कर दी है। उन्होंने कमिश्नर कस्टम लखनऊ कार्यालय में दाखिल अपील को वापस लेकर कहा है कि उनका 23 किलो सोने से कोई लेना-देना नहीं है। मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क कार्यालय पटना के आदेश को लेकर स्पेशल सीजेएम कोर्ट से राहत मांगी है। जिस पर जवाब दाखिल किया जाएगा।