कश्मीर से झांसी लौटे छात्रों ने सुनाया वहां का खौफनाक मंजर, कलावा बांधने पर तोड़ा हाथ
कश्मीर के राजौरी से लौटे बरुआसागर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने वहां का खौफनाक मंजर सुनाया। छात्रों ने बताया कि उनसे झूठे बर्तन धुलवाए, कलावा बांधने पर पीटा और एक छात्र का हाथ तोड़ दिया।
वहां बड़ा खौफनाक मंजर था। हाथ में कलावा बांधने और कमरे में भगवान की फोटो लगाने पर रितिक का हाथ तोड़ दिया गया। हमसे धार्मिक नारे लगवाए गए। दिवाली की छुट्टी मांगी तो मना कर दिया गया। हिंदू छात्रों से गाली-गलौज की जाती थी। झूठे बर्तन धुलवाते थे। हम माइग्रेशन के लिए गए थे पर अब उस दहशतगर्द माहौल में अब कभी नहीं जाएंगे। यह दर्द भरी दास्तां शनिवार देर रात कश्मीर के राजौरी से लौटे झांसी के बरुआसागर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने बयां की। यह बताते-बताते हुए उनकी आंखें छलक आईं। माता-पिता और अपनों को देखा तो लिपटकर बिलख पड़े। फिर बोले, बस, जान बच गई।
जुलाई में नवोदय विद्यालय बरुआसागर के कक्षा नौ के 20 छात्र राजौरी स्थित नवोदय विद्यालय माइग्रेशन के लिए गए थे। शनिवार रात जब छात्र लौटे तो उनकी आंखों में दहशत थी। गुरसरांय के नुनार खैरो निवासी दीपक कुमार, रानीपुर के विपुल कुमार, उचित चौहान ने बताया कि वहां हम लोगों को बर्बरता से सजा दी जाती थी। राजौरी के स्थानीय छात्र दुश्मन से भी बदतर सलूक करते थे। सीनियर हमसे बर्तन साफ कराते थे। प्रिंसिपल के सामने धार्मिक नारे लगवाए जाते थे।
छात्र प्रयाग ने बताया कि हमारा जीना दूभर गया था, हर सुबह दहशतभरी होती थी। हम खाना खाते थे तो वे लोग लात मारते थे। प्रिसिंपल भी उनसे मिले हुए थे। वाइस प्रिंसिपल जरूर हमारी मदद करते थे। यहां से जो ग्रुप गया था सबके साथ मारपीट हुई। वे लोग लोहे की रॉड रखे हुए थे। कुछ लोग अवैध असलहे भी रखे थे और धर्म के नारे लगाने का दबाव बनाते थे।
सुंदरता देखने गए थे, अब नहीं जाएंगे छात्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर की सुंदरता और वहां के रहन-सहन को देखने गए थे लेकिन ऐसा खौफनाक मंजर देखा जो सपने में भी नहीं सोचा था। रोज गाली-गलौज कर हिंदू छात्रों को परेशान किया जाता था। एक दिन सीनियर्स लाठी और सरिया लेकर मारने आ गए। किसी तरह वहां के स्टाफ ने बचाकर गाड़ी में बैठाया तो उस पर भी हमला कर दिया।
उच्चाधिकारियों को भेजेंगे पत्र
बरुआसागर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य आरपी तिवारी के मुताबिक छात्र रितिक के हाथ में फ्रेक्चर हो गया। अभिभावकों से लिखित रूप से पत्र लेकर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा ताकि बच्चों के साथ हुए बर्ताव पर कार्रवाई हो सके।
दो सदस्यीय टीम ने सुनी लौट कर आए छात्रों की आपबीती
पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने दो सदस्यीय दल बरुआसागर पहुंचा। टीम में कानपुर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सुमन कुमार, चित्रकूट के प्राचार्य आलोक त्रिपाठी ने राजौरी से लौटे बच्चों से असेंबली में जानकारी ली। प्राचार्य नवोदय विद्यालय, आरपी तिवारी ने कहा कि सभी छात्र लौट आए हैं। उनका कुशलक्षेम पूछा गया है। एक बच्चा पास का था। उससे बुलाकर पूछताछ की।