25 हजार करोड़ तक का बजट पेश कर सकती है यूपी सरकार, इन चीजों पर हो सकता है फोकस
सोमवार 29 जुलाई से शुरू हो रहे विधानमंडल के मानसून सत्र में प्रदेश सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला अनुपूरक बजट धर्म, आस्था, परिवहन और ऊर्जा क्षेत्र के विकास पर केंद्रित होगा।
सोमवार 29 जुलाई से शुरू हो रहे विधानमंडल के मानसून सत्र में प्रदेश सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला अनुपूरक बजट धर्म, आस्था, परिवहन और ऊर्जा क्षेत्र के विकास पर केंद्रित होगा। महाकुंभ, छोटे-छोटे धार्मिक व पर्यटन स्थलों का विकास, यूपी में बसों की बड़ी खेप खरीदे जाने के लिए भारी भरकम धनराशि अनुपूरक के माध्यम से सरकार दे सकती है। इस बजट का आकार 25 हजार करोड़ रुपये तक हो सकता है।
2024-25 के इस पहले अनुपूरक बजट के केंद्र में प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियां हैं। महाकुंभ में पहुंचने वाले आस्थावानों की सुविधाओं व सहुलियतों के विकास के लिए भारी भरकम धनराशि का आवंटन किया जा रहा है। इसके अलावा पर्यटन व संस्कृति विभाग द्वारा नैमिषारण्य, गोला गोकर्णनाथ जैसे अन्य जिलों में धार्मिक व पर्यटन स्थलों के विकास की कई योजनाएं अनुपूरक से बजट के लिए प्रस्तावित की गई हैं। इन योजनाओं के मद में भी प्रदेश सरकार धनराशि का आवंटन कर सकती है।
परिवहन निगम के बेड़े में शामिल होगी बसों की नई खेप
सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में नई बसों की भारी खेप शामिल करने की योजना भी प्रस्तावित है। बड़ी संख्या में नई बसों की खरीद के इस प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल सकती है। इसके साथ ही यूपी में बिजली वितरण व उत्पादन से जुड़ी परियोजनाओं के मद में भी कुछ प्रस्ताव हैं। जिन्हें अनुपूरक के माध्यम से पूरा किए जाने की तैयारी है।
मूल बजट के लक्ष्यों को ही आगे बढ़ाएगी सरकार
गौरतलब है कि फरवरी में 2024-25 का बजट प्रदेश सरकार ने पेश किया था। अनुमान था कि इस बजट का आकार करीब 7.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक का होगा, लेकिन सरकार ने 7.36 लाख करोड़ का बजट प्रस्तुत किया था। बजट में प्रदेश के समग्र व संतुलित विकास को केंद्र में रखा गया था। युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीब कल्याण के साथ ही धर्मस्थलों की सड़कों और धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास के मद में भारी भरकम धनराशि का आवंटन किया गया था। प्रदेश सरकार मूल बजट के लक्ष्यों को ही अनुपूरक में आगे बढ़ाती नजर आएगी।