UP Exit Poll 2024: यूपी में बड़े नेता ही नहीं नेताओं के बेटे भी हार रहे, इस सर्वे में भाजपा-सपा दोनों के दिग्गजों को लग रहा झटका
UP Exit Poll: भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को 62 और सपा-कांग्रेस वाले इंडिया गठबंधन को केवल 18 सीटें दी गई हैं। इसके बाद भी एनडीए के कई दिग्गज और उनके टिकट पर उतरे नेताओं के बेटे हर रहे हैं।
UP Exit Poll 2024: यूपी में एक ऐसा भी एग्जिट पोल आया है जिसमें यहां की सभी सीटों का ब्योरा दिया गया है। बताया गया है कि किस सीट पर कौन सी पार्टी जीत या हार रही है। इस सर्वे में भले ही भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को 62 और सपा-कांग्रेस वाले इंडिया गठबंधन को केवल 18 सीटें दी गई हैं इसके बाद भी एनडीए के कई दिग्गज और उनके टिकट पर उतरे नेताओं के बेटे हर रहे हैं। यहीं नहीं सपा के कद्दावर नेताओं रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव के बेटे के भी हारने की संभावना जताई गई है। भाजपा की तरफ से हारने वालों में सबसे बड़ा चेहरा स्मृति ईरानी का बताया जा रहा है। अमेठी से उतरीं स्मृति ईरानी पिछली बार राहुल गांधी को हराकर सांसद बनी थीं। इस बार स्मृति को कांग्रेस के केएल शर्मा से हार की आशंका जताई गई है।
स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स एजेंसी ने देश की हर सीट का एग्जिट पोल जारी किया है। उनका दावा किया है कि उसके सर्वे में 20 लाख वोटरों को शामिल किया गया था। यूपी की सभी 80 सीटों एजेंसी ने अपना आकलन दिया है। एजेंसी के अनुसार अमेठी में केंद्रीय मंत्री और भाजपा की प्रत्याशी स्मृति ईरानी कांग्रेस के केएल शर्मा से हार रही हैं। एनडीए के ही सहयोगी और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के सांसद बेटे प्रवीण राजभर इस बार फिर संतकबीरनगर लोकसभा सीट से उतरे हैं। उनके हारने की संभावना जताई गई है। एनडीए के एक और सहयोगी सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर के भी घोसी से हारने की संभावना जताई गई है। दोनों सीटों पर सपा के जीतने की संभावना है।
हाईप्रोफाइल आजमगढ़ लोकसभा सीट पर इस बार भोजपुरी स्टार और भाजपा के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के हारने और सपा प्रत्याशी धर्मेद्र यादव के जीतने के आसार हैं। भदोही सीट पर इंडिया गठबंधन से उतरे टीएमसी के प्रत्याशी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेश पति त्रिपाठी भी हार रहे हैं। जौनपुर की दोनों सीटों पर धनंजय सिंह का जादू नहीं चला है। जबकि प्रतापगढ़ और कौशंबी दोनों पर राजा भैया का दबदबा दिखाई दिया है। धनंजय ने भाजपा को समर्थन का ऐलान किया था। इसके बाद भी भाजपा जौनपुर और वहीं की मछलीशहर लोकसभा सीट हार रही है। इसके उलट राजा भैया के प्रभाव वाली कौशांबी और प्रतापगढ़ सीटें सपा जीत रही है। राज भैया ने अपनी तरफ से किसी को समर्थन देने का ऐलान तो नहीं किया था लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं ने सपा को समर्थन की घोषणा की थी।
अपने बयानों को लेकर पिछले कुछ समय से चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर से हार रहे हैं। गोरखपुर से सटी बस्ती की सीट सपा इस बार भाजपा से छीन रही है। रामप्रसाद चौधरी भाजपा के हरीश द्विवेदी से जीत रहे हैं। अंबेडकर नगर लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद रितेश पांडेय का बसपा से भाजपा में आना सही फैसला नहीं साबित हुआ है। इस सर्वे की मानें तो भाजपा के रितेश पांडेय को लालजी वर्मा हरा रहे हैं।
भाजपा को बड़ा झटका फैजाबाद लोकसभा सीट पर लगने की आशंका जताई गई है। अयोध्या इसी फैजाबाद लोकसभा सीट है। पहले अयोध्या जिले का नाम फैजाबाद ही था। यह सीट भाजपा के हाथ से निकलने की आशंका जताई गई है। बदायूं से उतरे शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव और फिरोजाबाद से उतरे रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के हारने की आशंका जताई गई है। अमरोहा में बसपा के मौजूदा सांसद दानिश अली को भी झटका लग रहा है। कांग्रेस से इस बार उतरे दानिश अली के हारने के आसार हैं। मुलायम सिंह यादव का गढ़ संभल सपा हार रही है। इसके साथ ही आजम खान की सीट रही रामपुर भी सपा हार रही है। नगीना से उतरे भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी हार रहे हैं।