Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Election : Dayashankar Singh can contest election against wife Swati Singh at Sarojini Nagar seat

यूपी की इस सीट पर होगा पति-पत्नी के बीच मुकाबला? योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं पति दयाशंकर

आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से पति-पत्नी के बीच टिकट को लेकर अंदरूनी जंग छिड़ गई है। यहां से योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह और भाजपा के प्रदेश...

Shivendra Singh लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीTue, 18 Jan 2022 06:20 PM
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आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से पति-पत्नी के बीच टिकट को लेकर अंदरूनी जंग छिड़ गई है। यहां से योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह टिकट मांग रहे हैं। वर्तमान में दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह इस सीट से विधायक हैं और योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं।

सूत्रों की मानें तो दयाशंकर सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से टिकट पाने के लिए जमकर जुगाड़ लगा रहे हैं। टिकट की घोषणा से पहले ही दयाशंकर ने इलाके में अपनी दावेदारी वाली होर्डिग और बैनर पोस्टर लगा दिए थे। बीते तीन महीने में दयाशंकर ने बाइक जुलूस, पैदल यात्राओं और जनसंपर्क अभियानों के माध्यम से इन अटकलों को हवा भी दी है। हालांकि मीडिया से बातचीत में दयाशंकर का कहना है कि पार्टी जिसे भी टिकट देगी, भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर वह उसे चुनाव लड़ाएंगे।

पति-पत्नी के संबंधों पर भी होती हैं बातें
दोनों के करीबी बताते हैं कि दयाशंकर और स्वाति के बीच निजी संबंध लंबे समय से खराब चल रहे थे। साल 2008 में स्वाति ने पति दयाशंकर के खिलाफ मारपीट की एफआईआर भी दर्ज कराई थी। हालांकि दोनों ने कभी इस झगड़े को सार्वजनिक मंच पर सामने नहीं आने दिया। इससे पहले स्वाति सिंह पर भाभी के साथ मारपीट करने, बिना तलाक लिए भाई की दूसरी शादी कराने और भाभी को घर से निकालने का आरोप लगा था। स्वाति के खिलाफ मुकदमा उनके अपने सगे भाई की पत्नी आशा सिंह ने दर्ज कराया था। ये मामला करीब 11 साल पुराना है।

दयाशंकर मुझसे टिकट मांगने आए थे: राजभर
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने हाल ही में एक दावा किया था भाजपा नेता दयाशंकर सिंह उनसे टिकट मांगने आए थे। राजभर ने कहा था कि दयाशंकर को अंदाजा है कि भाजपा उन्हें टिकट नहीं देगी, इसलिए वह अब हमारे टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। दरअसल राजभर से दयाशंकर ने चाय पर मुलाकात की थी, जिसके बाद मीडिया ने उनसे इस मुलाकात के मायने पूछे थे। हालांकि राजभर से मुलाकात के बाद दयाशंकर सिंह ने कहा था कि हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं और यह अनौपचारिक मुलाकात थी।

ऐसे सुर्खियों में आईं थी स्वाति सिंह
2017 विधानसभा चुनाव से पहले दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर कुछ असंसदीय कॉमेंट किया था जिसके बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी की नेतृत्व में लखनऊ में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान बसपा कार्यकर्ताओं ने दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह और बेटी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की। इनके जवाब में स्वाति मैदान में आईं और महिला सम्मान के नाम पर मायावती सहित बसपा के 4 बड़े नेताओं के खिलाफ हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया। मायावती के खिलाफ जिस तरह से स्वाति मुखर हुईं, उससे भाजपा को एक संजीवनी मिलती दिखी। इसी का नतीजा था कि जिस सीट पर बसपा की जीत पक्की मानी जा रही थी वहां स्वाति ने बाजी पलटी और जीत हासिल की। इसके बाद भाजपा ने स्वाति को मंत्री पद का तोहफा दिया।

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