यूपी डीजीपी ने की कानून-व्यवस्था की समीक्षा, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीब जनता की शिकायतें प्राथमिकता के आधार पर सुनी जाएं तथा उनका त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण कराया जाए।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि जन सुनवाई के दौरान गरीब जनता की शिकायतें प्राथमिकता के आधार पर सुनी जाएं तथा उनका त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण कराया जाए। वह शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जोनल एडीजी एवं पुलिस आयुक्तों के साथ कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, आगामी त्योहारों एवं तीन नए कानूनों के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समय से कार्यालय में बैठकर जन सुनवाई करें एवं जन शिकायतों का संवेदनशीलता के साथ समयबद्ध निस्तारण कराएं। जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्राप्त होने वाली वाली शिकायतें अवश्य सुनी जाएं तथा उनसे निरंतर संवाद बनाए रखा जाए। डीजीपी ने कहा कि कावड़ यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए यात्रा के दौरान पड़ोसी प्रांतों व जिलों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समन्वय बनाए रखा जाए तथा जरूरी सूचनाओं का समय से आदान प्रदान किया जाए। प्रमुख मार्गों पर भीड़ का पूर्वानुमान करते हुए बैरीकेडिंग एवं डायवर्जन के स्थानों को पूर्व से ही चिह्नित कर लिया जाए। जुलूस मार्गों पर स्थापित सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय रखा जाए तथा सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखी जाए। रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन आदि स्थानों पर विशेष रूप से सुरक्षा प्रबंध किए जाएंय तथा सुरक्षाकर्मियों को विधिवत ‘ब्रीफ’ करके ही ड्यूटी पर भेजा जाए। पोस्टर पार्टी एवं मॉर्निंग चेकिंग टीम का गठन किया जाए तथा पोस्टर पार्टी को नियमित रूप से प्रातः काल निकाला जाए।
डीजीपी ने कहा कि माफिया तथा पेशेवर अपराधियों को चिह्नित करके उनके विरुद्ध योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी वैधानिक कार्रवाई की जाए तथा पूर्व में पंजीकृत माफिया गैंग के सभी सदस्यों के विरुद्ध सफल अभियोजन, संपत्ति जब्तीकरण व अन्य विधिक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मोां पर 24 घंटे सर्तक दृष्टि रखी जाए। जिलों के पुलिस कप्तान नियमित रूप से पुलिस लाइंस निरीक्षण करें तथा मिलने वाली कमियों का समय से समाधान कराएं।