UP Coronavirus: कोरोना पीक के करीब पहुंचा, विशेषज्ञों का दावा- जल्द पड़ेगा सुस्त
यूपी में कोरोना संक्रमण पीक के करीब पहुंच गया है। एक-दो दिनों में वह पिक पर पहुंच जाएगा। उसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण की रफ्तार कम होगी। वर्तमान में संक्रमण की आर नॉट वैल्यू एक से भी कम है।
कोरोना संक्रमण पीक के करीब पहुंच गया है। एक-दो दिनों में वह पिक पर पहुंच जाएगा। उसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण की रफ्तार कम होगी। वर्तमान में संक्रमण की आर नॉट वैल्यू एक से भी कम है। यानी एक पॉजिटिव से एक व्यक्ति ही संक्रमित हो रहा है। तीसरी लहर में एक संक्रमित छह लोगों को बीमार बना रहा था। यह खुलासा बीएचयू के जीन वैज्ञानिक एवं कोविड विशेषज्ञ प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे के अध्ययन में हुआ है। बनारस में एक मार्च से 24 अप्रैल तक 287 संक्रमित हुए हैं। उनमें 159 ने कोरोना को मात दी है।
24 अप्रैल तक सक्रिय केस 128 थे। कोरोना संक्रमण दर एक फीसदी से अधिक है। प्रो. चौबे ने बताया कि इस समय आर नॉट वैल्यू 0.63 है। कोरोना संक्रमण की चार लहरों में यह सबसे कम है। उन्होंने बताया कि कोरोना की पहली लहर में 1.34, दूसरी में 4.6 और तीसरी लहर में 6.7 आर नॉट वैल्यू थी। सबसे ज्यादा प्रसार तीसरी लहर में था। प्रो. चौबे ने कहा कि अभी प्रतिदिन कोरोना के जो केस आ रहे हैं, उनसे आर नॉट वैल्यू बढ़ने की आशंका नहीं है। कहा कि एक-दो दिन में कोरोना संक्रमण का ग्राफ गिरेगा, फिर शून्य हो जाएगा।
15 नए संक्रमितों में एक साल के दो बच्चे भी शामिल
वाराणसी जिले में मंगलवार को कोरोना के 15 नए संक्रमित मिले। उनमें एक साल के दो मासूम और दस साल की एक बालिका भी हैं। बीएचयू अस्पताल में पहले से भर्ती दो बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। 15 संक्रमितों में पांच बीएचयू से जुड़े हुए हैं। वहीं अस्पताल में भर्ती एक मरीज सहित 22 लोगों ने कोरोना को मात दी है। कोरोना के सक्रिय केस 122 हो गए हैं।
नए संक्रमितों में छित्तुपुर और कैलाशपुरी में रहने वाले बीएचयू के तीन छात्र, सुंदरपुर के बीएचयूकर्मी, जलालीपट्टी में बीएचयू के डॉक्टर शामिल हैं। वहीं 18 अप्रैल से बीएचयू के बाल रोग विभाग में भर्ती चुरामनपुर का एक साल का बच्चा, यहीं 13 अप्रैल से भर्ती चितईपुर की 10 साल की बच्ची भी चपेट में आ गई है। संक्रमित होने वाला एक साल का दूसरा बच्चा लल्लापुरा का है।
प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि इस समय क्लस्टर (एक क्षेत्र) में लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सबसे ज्यादा जरूरी है लेकिन बनारस सहित पूर्वांचल में करीब 15 फीसदी लोगों में वैक्सीन हेजिटेशन हैं। यानी इन लोगों ने कोरोना रोधी टीका नहीं लगवाया है। ये लोग किसी इलाके में सुपर स्प्रेडर बना रहे हैं। जिसके कारण एक क्षेत्र में ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं।