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सीएम योगी बोले- राम हमारे पूर्वज, जो जय श्री राम नहीं बोलता मुझे उसके डीएनए पर थोड़ा शक

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर में हिन्दुस्तान समागम कार्यक में शिरकत की। हिन्दुस्तान के एडिटर इन चीफ शशि शेखर ने उनका इंटरव्यू लिया। जिसमें सीएम ने कई मुद्दों पर...

Sneha Baluni लाइव हिन्दुस्तान, गोरखपुरWed, 4 Aug 2021 05:05 PM
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर में हिन्दुस्तान समागम कार्यक में शिरकत की। हिन्दुस्तान के एडिटर इन चीफ शशि शेखर ने उनका इंटरव्यू लिया। जिसमें सीएम ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। इसी बीच जय श्री राम को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यूपी या देश के किसी व्यक्ति को जय श्री राम बोलने में दिक्कत होगी। राम हमारे पूर्वज थे। हमें इसपर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा नहीं मानते हैं मुझे उनके डीएनए पर थोड़ा संदेह है।

इंटरव्यू के दौरान शशि शेखर ने सीएम योगी से पूछा- कुछ लोगों को इससे डर लगता है। तन से हिंदू, मन से हिंदू जय-जय श्री राम सुनाए, योगी बाबा बड़े लड़ैया। ये तो सबका विश्वास वाली बात थी। कुछ लोगों को लगता है कि वो पूरी तरह से महफूज नहीं है। इसके जवाब में सीएम ने कहा, मुझे पिछले दो वर्ष के दौरान हर धर्म के धर्माचार्यों से मिलने का आवसर प्राप्त हुआ है। अलग-अलग समय में उन लोगों को बुलाया। मैं उनकी बातों को बहुत ध्यान से सुनता हूं। अच्छी बातें बोलते हैं वो। आज उत्तर प्रदेश का हर व्यक्ति यह स्वीकार करता है कि दंगे नहीं हुए। दंगे होंगे और हिंदू मरेगा तो क्या मुसलमान सुरक्षित रहेगा। अगर एक तबका मरेगा तो दूसरा भी उसकी चपेट में आएगा। एक तबका सुरक्षित है तो दूसरा तबका भी महफूज है।

सीएम ने आगे कहा कि भारत का या उत्तर प्रदेश का कोई नागरिक ऐसा नहीं होगा जिसे जय श्री राम बोलने में कोई संकोच होता हो। इसपर शशि शेखर ने कहा कि आप सभी नागरिकों को जय श्री राम बोलने के लिए कह रहे है? जवाब में सीएम ने कहा कि आप बोल सकते हैं। राम हमारे पूर्वज थे। ये मैं नहीं बोल रहा हूं। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी का मुस्लिम देश इंडोनेशिया अपना पूर्वज राम को मानता है। इंडोनेशिया में मुस्लिम भी रामलीला करते हैं। हम भारत के लोग किस उसमें जी रहे हैं। राम हमारे पूर्वज थे। इसपर हमें गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। अगर इंडोनेशिया इसपर गौरव की अनुभूति कर सकता है तो हम क्यों नहीं कर सकते। हमें इस बात पर गौरव होना चाहिए कि राम से हमारा संबंध है। अगर कोई ये नहीं मानता है तो मुझे उसपर और उसके डीएनए पर थोड़ा संदेह होता है।

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