यूपी कैबिनेट के फैसले: जेवर एयरपोर्ट पर बनेंगे पांच रनवे,अयोध्या में बोईंग 777 जैसे विमानों की हो सकेगी लैंडिंग
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट अब पांच रनवे का होगा। रनवे की संख्या बढ़ाने के लिए तैयार तकनीकी रिपोर्ट को प्रदेश कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में...
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट अब पांच रनवे का होगा। रनवे की संख्या बढ़ाने के लिए तैयार तकनीकी रिपोर्ट को प्रदेश कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
सोमवार को कैबिनेट की बैठक में जेवर एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के रिपोर्ट को अनुमोदित कर दिया गया। जेवर एयरपोर्ट स्टेज-टू के फेज-एक के तहत रनवे विस्तार के लिए 1365 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की मंजूरी भी दी गई है। नागरिक उड्डयन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जेवर में दो रनवे निर्माण के लिए भूमि का प्रबंध पहले हो चुका है। 1365 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पूरा हो जाने पर तीसरे रनवे के लिए भी पर्याप्त भूमि उपलब्ध हो जाएगी।
अयोध्या में बोईंग 777 जैसे विमानों की हो सकेगी लैंडिंग
वहीं अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम एयरपोर्ट के लिए मंत्रिपरिषद ने और 233 एकड़ जमीन की खरीद के लिए 428 करोड़ रुपये बजट को स्वीकृति दी है। गौरतलब है कि इससे पूर्व अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 263 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की स्वीकृति दी जा चुकी है। यहां की पुरानी हवाई पट्टी पर पहले से ही 177 एकड़ भूमि थी। अयोध्या एयरपोर्ट के विकास में करीब 600 एकड़ भूमि की जरूरत है। नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह के मुताबिक 233 एकड़ भूमि खरीदने की मंजूरी मिल जाने अयोध्या एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार बोईंग-777 जैसे बड़े विमानों के उड़ान की क्षमता का बन सकेगा।
लघु सिंचाई योजना का नाम मुख्यमंत्री लघू सिंचाई योजना किया गया
प्रदेश में उथले, मध्यम व गहरे नलकूप लगाने की योजना जिसका नाम वर्तमान में लघु सिंचाई योजना है का नाम बदलकर मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना किए जाने के विभाग के प्रस्ताव को मंत्रि परिषद ने मंज़ूरी दे दी है। साथ ही इस योजना में कुछ बदलाव किए जाने के प्रस्ताव पर भी सहमति प्रदान की है। इसके तहत इस योजना को पूरी तरह से सरलीकरण किया जाएगा और पारदर्शी बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों जिनके नाम सरकार के पोर्टल पर दर्ज है उन्हें प्राथमिकता के आधार पर नलकूप दिया जाएगा। साथ ही कृषि विभाग की कुसुम योजना के तहत सोलर पम्प भी दिए जाएंगे ताकि किसान स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बन सके। योजना के तहत लगने वाले सभी नलकूपों का जीआई टैगिंग (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) किया जाएगा।