बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को यूपी कैबिनेट ने दी मंजूरी
बुंदेलखंड के सभी सात जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को मंगलवार को उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दे दी। इस योजना पर 68.83 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
बुंदेलखंड के सभी सात जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को मंगलवार को उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दे दी। इस योजना पर 68.83 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यहां हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बुंदेलखंड में चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, जालौन, झांसी, महोबा और ललितपुर जिले आते हैं।
कैबिनेट बैठक के बाद उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा और कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बुंदेलखंड के सभी सात जिलों के 47 विकास खंडों में ऐसी खेती करने का सरकार ने निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि पांच वर्षों में 23,500 हेक्टेयर क्षेत्र में 470 क्लस्टर विकसित किए जाएंगे और इस पर आने वाला 68.83 करोड़ रुपये का खर्च राज्य अपने संसाधनों से वहन करेगा।
कृषि अनुसंधान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कई मौकों पर कहा था कि राज्य सरकार बुंदेलखंड को प्राकृतिक खेती का केंद्र बनाएगी, ताकि वहां उगाए गए उत्पाद देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जा सकें। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 235 क्लस्टर ग्राम स्तर पर बनाए जाएंगे और अगले वर्ष फिर 235 अन्य क्लस्टर बनाए जाएंगे। प्रत्येक क्लस्टर 50 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा।
सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उन्होंने कहा कि इसके लिए आसपास के गांवों के किसानों का चयन किया जाएगा और प्राथमिकता उन किसानों को दी जाएगी जो खुद पशुपालक हैं और जो किसान आवारा पशुओं को गौशाला से ले जाकर पालने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी और बुंदेलखंड को आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी।