UP Board Results: इंटर में फेल हुए दो छात्रों ने फांसी लगाकर जान दी, केवल 5 नंबर थे कम
मंगलवार को इंटरमीडिएट के दो छात्रों ने फेल हो जाने के कारण फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। पहला मामला मिर्जापुर से सामने आया। यहां एक छात्र इंटर में पांच नंबर से फेल हो गया। परीक्षाफल मोबाइल में देखा।
मंगलवार को इंटरमीडिएट के दो छात्रों ने फेल हो जाने के कारण फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। पहला मामला मिर्जापुर से सामने आया। यहां एक छात्र इंटर में पांच नंबर से फेल हो गया। परीक्षाफल उसने मोबाइल में देखा, इसके बाद कमरे में जाकर उसने फंदा लगा लिया। दूसरा मामला सिंधौली ब्लाक के दौलतपुर का है। यहां के रहने वाला छात्र इंटर में दुबारा फेल हो गया तो उसने पेड़ से फंदा लगा कर जान दे दी।
मिर्जापुर कस्बे के निवासी इंटर के अश्वनी प्रताप सिंह ने इंटर की परीक्षा में फेल हो जाने पर आत्मघाती कदम उठा लिया। उसने कमरे में फांसी लगा कर जान दे दी। नन्हे सिंह का 16 वर्षीय पुत्र अश्वनी सिंह कस्बा मिर्जापुर स्थित सेठ जगदीश प्रसाद इंटर कालेज में इण्टर का छात्र था। मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे इण्टर का रिजल्ट आने पर अश्वनी ने भी मोबाइल से अपनी रिजल्ट देखा। परिजनों के अनुसार, वह पांच नम्बर से फेल था, जिससे वह गुमसुम हो गया। मां अंजली ने उसकी हिम्मत बढ़ाते हुए दुबारा मेहनत करने की बात कही, लेकिन अश्वनी बिना खाना खाए ऊपर कमरे में चला गया। वहां कमरे में रखी अलमारी से मां की साड़ी निकालकर छत की ऊंचाई ज्यादा होने पर उसने फ्रिज पर खड़े होकर कुंडे में फंदा लगा लिया और जान दे दी।
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मां ने बढ़ाया हौसला, लेकिन जिंदगी गवां बैठा अश्वनी
तीन बजे के बाद मां अंजली ने छोटे बेटे अंश से भाई को खाने के लिए बुलाने के लिए कहा। अंश छत पर गया। कमरे का दरवाजा बन्द होने पर उसने भाई को पुकारा, कोई आवाज न आने पर उसने खिड़की से झांक कर देखा तो भाई को फंदे पर लटका देख चीख उठा। बेटे की चीख सुनकर मां छत पर पहुंची । किसी तरह दरवाजा खोलकर बेटे को नीचे उतारा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। अश्वनी का शरीर निष्प्राण हो चुका था। बेटे की मौत से मां अंजली व पिता नन्हे सिंह बेसुध हो गए।
फेल हुआ तो बाग में जाकर फांसी पर झूला अरवेश
सिंधौली ब्लाक क्षेत्र के गांव दौलतपुर निवासी अरवेश कुमार राठौर ने इंटर में दुबारा फेल होने पर मंगलवार शाम फांसी लगा कर जान दे दी। दौलतपुर निवासी महेश राठौर ने बताया कि 18 वर्षीय पुत्र अरवेश कुमार राठौर ने दोपहर बाद चार बजे के आसपास गांव के पश्चिम स्थित बाग में कटहल के पेड़ से लटककर जान दे दी। महेश ने बताया कि अरवेश रिजल्ट देखने के लिए मंगलवार दोपहर घर से शाहजहांपुर के लिए अन्य छात्र साथियों के साथ गया था। परीक्षा में फेल होने के बाद अरवेश ने घर वापस न आकर गांव के बाहर बाग में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
काफी देर बाद बाग की तरफ गए किसी ग्रामीण ने पेड़ से झूलता हुआ अरवेश का शव देखा तो उसके घर पर सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र सिंह ने शव को नीचे उतारकर पीएम के लिए भेज दिया है। अरवेश राठौर की मौत से पिता महेश, माता सावित्री तथा भाई प्रमोद व अरविन्द, बहन निशा और नैन्सी का रो रोकर हाल बेहाल है। उधर, प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र सिंह ने बताया कि गांव से साथ गए अन्य छात्र साथियों के माध्यम से अरवेश राठौर के फेल होने की जानकारी परिजनों को मिली। दूसरी बार फेल होने के कारण अरवेश बहुत ज्यादा परेशान बताया गया।