UP Board Result: फांसी की सजा पाए कैदी ने फर्स्ट डिविजन से पास की दसवीं की परीक्षा
शाहजहांपुर कोर्ट से फांसी की सजा पा चुके कैदी ने UP बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 64 फीसदी नंबर प्राप्त किए हैं। पांच साल के बच्चे को गोली मारने के आरोप में मनोज को पांच साल पहले फांसी की सजा हुई थी।
उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर कोर्ट से फांसी की सजा पा चुके कैदी ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के हाईस्कूल की परीक्षा फर्स्ट डिविजन से पास की है। मासूम बच्चे की हत्या के आरोप में कोर्ट ने पांच साल पहले मनोज को फांसी की सजा सुनाई थी। मनोज में जेल में रहकर ही पढ़ाई की और हाई स्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास है. मनोज को 64 प्रतिशत नंबर मिले हैं।
जिला कारागार शाहजहांपुर के जेल अधीक्षक बीडी पांडेय के मुताबिक जिला अदालत ने पांच साल के मासूम बच्चे के हत्या के मामले में मनोज नाम के व्यक्ति को फांसी की सजा सुना थी। जेल अधीक्षक के मुताबिक सजा सुनाए जाने के पहले ही मनोज ने कक्षा 10 का फॉर्म जेल से ही भरा था, लेकिन फांसी की सजा सुनाये जाने के बाद उसने पढ़ना छोड़ दिया था। पुलिस के मुताबिक जेल कर्मियों ने मनोज को लगातार मन लगाकर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जिसके बदौलत वो 64 प्रतिशत नंबरो से पास हो गया।
बीडी पांडेय के मुताबिक मनोज को पढ़ाई के लिए किताबें आदि जेल में ही उपलब्ध कराई गई और समय-समय पर उससे उसकी पढ़ाई के बारे में अप्डेट भी लिया जाता रहा। पुलिस के मुताबिक थाना कलान क्षेत्र के रहने वाले मनोज ने 2015 में पांच साल के बच्चे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में 2021 में कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई थी।