UP Board Result 2020 : एडमिरल और राज्यपाल दे चुका ड्रमंड कॉलेज इस बार नहीं दे सका कोई नगीना
वक्त की हर शै गुलाम.. जिस कॉलेज ने देश और दुनिया को कई नामचीन शख्सियतें दीं। उसके हाथों में आज कोई उपलब्धि नहीं। यह हमारे आपके और व्यवस्था के लंबरदार बैठे सभी जिम्मेदारों के लिए यक्ष प्रश्न है। यूपी...
वक्त की हर शै गुलाम.. जिस कॉलेज ने देश और दुनिया को कई नामचीन शख्सियतें दीं। उसके हाथों में आज कोई उपलब्धि नहीं। यह हमारे आपके और व्यवस्था के लंबरदार बैठे सभी जिम्मेदारों के लिए यक्ष प्रश्न है। यूपी बोर्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं का रिजल्ट आया तो अरसे से जिले की शिक्षा व्यवस्था में अहम योगदान देने वाले अंग्रेजों के जमाने के विद्यालय के हाथ खाली हैं।
एडमिरल बन कर सेना में योगदान देने वाले एडमिरल डीके जोशी बाद में उपराज्यपाल अंडमान निकोबार भी बनें। राजस्थान सरकार में प्रमुख सचिव नरेश गंगवार हों या अमेरिका की प्रतिष्ठित कंपनी में उत्तर प्रदेश टॉपर रहे अमित कुमार सिंह। यह ऐसे नाम हैं कि जिनके नाम से यह कॉलेज जाना और पहचाना जाता है।
फेहरिस्त बहुत लंबी है.. इनमें एडीएम अलीगढ़ रह चुके डीएन मालपानी हैं तो प्रतिष्ठित सीए संजय अग्रवाल के अलावा वर्तमान में विधायक संजय गंगवार भी। कॉलेज प्रथम महायुद्ध से पूर्व एक संस्था के रूप में अस्तित्व में आया था। शुरूआत में यह एक जूनियर हाईस्कूल था और 1890 में इसे सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हुई। इसके उपरांत 1905 में इसे हाईस्कूल तक कर दिया गया। तत्कालीन जिलाधीश आर ड्रमंड ने इसे जिला स्कूल का तमगा प्रदान किया था।
वर्ष 1915 में इस विशाल बिल्डिंग का निर्माण सामने आया। इसे 1952 में इंटरमीडिएट तक की मान्यता दी गई। करीब 38.6 एकड़ जमीन में फैला इस कालेज का रुतबा जिले के हर आम और खास को प्रभावित करता है। पर इंटरमीडिएट और हाईस्कूल में जिले से कोई भी टॉपर इस विद्यालय से नहीं निकलने पर सवाल उठना लाजिमी है। प्रधानाचार्य ओपी गंगवार ने बताया कि लगतार प्रयास तो बेहतरी के लिए होते हैं पर वर्तमान में कुछ शिक्षकों की भी कमी चल रही है।