यूपी बोर्ड परीक्षा : परीक्षार्थियों की जगह पेपर दे रहे थे भाई, पांच गिरफ्तार
आगरा में छापेमारी में खुलासा हुआ कि नकल हो रहा है। उड़नदस्ते ने मां कैला देवी इंटर कॉलेज अछनेरा पर दो फर्जी परीक्षार्थी समेत चपरासी पकड़ा है। वहीं एक और स्कूल में दो रिश्तेदार भी पकड़े गए ।
यूपी बोर्ड की बड़ी परीक्षा में सोमवार को दो परीक्षा केंद्रों पर चार फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। एक मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया गया है। सोमवार सुबह प्रथम पाली में हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा में दो मुन्नाभाई और एक मास्टरमाइंड पकड़ा गया। सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष बाबू के उड़नदस्ते ने सुबह की पाली में मां कैला देवी इंटर कॉलेज जनूथा अछनेरा पर छापा मारा। यहां पर कमरों में हर परीक्षार्थी की चेकिंग हुई। कमरा नंबर 13 में कुछ छात्रों पर शक हुआ। उनके प्रवेश पत्र देखे गए। प्रवेश पत्र पर फोटो साफ नहीं थी। पूछताछ की गई।
सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष बाबू ने बताया कि अनुक्रमांक 1220055167 सुनील सिंह पुत्र जगदीश सिंह के स्थान पर उसका भाई सौरभ सिंह पेपर दे रहा था। इसी प्रकार अनुक्रमांक 1220055168 सुरेंद्र सिंह पुत्र धर्मवीर सिंह के स्थान पर उसका भाई भवानी सिंह परीक्षा देता मिला। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि केंद्र के चपरासी रवि कुमार ने भाइयों के स्थान पर परीक्षा दिलाने की सेटिंग की थी। केंद्र व्यवस्थापक अखिलेश कुमार की तरफ से पांच लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है।
गांव के ही युवकों की जगह दे रहे थे परीक्षा
शाम की पाली में सार्वजनिक इंटर कॉलेज इरादतनगर में केंद्र व्यवस्थापक रामऔतार ने इंटरमीडिएट की जीव विज्ञान परीक्षा में दो मुन्नाभाई पकड़े। उन्होंने बताया कि छात्र नीलेश के स्थान पर धीरज और मनीष के स्थान पर विक्रम परीक्षा दे रहा था। सभी आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। उनके हस्ताक्षर को लेकर शक हुआ तो सख्ती से पूछताछ हुई। इनके खिलाफ थाना इरादतनगर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
एक परीक्षार्थी भी नकल करते मिला
डीआईओएस कार्यालय के कंट्रोल रूम पर रतन सिंह दौलतराम इंटर कॉलेज फतेहपुरसीकरी में हाईस्कूल की परीक्षा में कक्ष निरीक्षक द्वारा छात्र हर्षित चाहर को नकल करते पकड़े जाने की सूचना दर्ज करायी गई है।
जांच में खुल सकता है बड़ा खेल
24 मार्च से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक हिन्दी, संस्कृत और वाणिज्य विषय की परीक्षा हो चुकी हैं। अंग्रेजी का पेपर निरस्त हो गया था। हाईस्कूल के विज्ञान और इंटर के जीव विज्ञान व गणित विषय की परीक्षा में फर्जीवाड़े सामने आए। खासतौर से मुन्नाभाई वाला खेल। ऐसे में हर परीक्षा केंद्र पर ठीक से जांच होने पर मुन्नाभाई नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
अंग्रेजी का पेपर आउट प्रकरण के बाद से शासन के स्तर से बोर्ड परीक्षा को लेकर सख्ती की जा रही है। इसी वजह से अधिकारी सक्रिय हुए और चार मुन्नाभाई पकड़े गए। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या यह मुन्नाभाई नेटवर्क दो परीक्षा केंद्रों तक सीमित है। हर परीक्षा केंद्र पर जांच ठीक से की जाए, तो नकल का बड़ा खेल सामने आ सकता है। वित्तविहीन विद्यालय वाले परीक्षा केंद्रों को लेकर शुरू से सवाल खड़े हो रहे थे। इसलिए कुछ परीक्षा केंद्रों में बदलाव भी किया गया। उसके बाद पेपर कट के मामले में दो पर डिबार की कार्रवाई हुई। अब मुन्नाभाई पकड़े जा रहे है।