UP Board 10th Result : शिक्षक के बेटे ने छू लिया आसमान, रोजाना आठ घंटे की पढ़ाई कर अरशद ने किया मंडल टॉप
वह काफी जुनूनी है। उसने ठान लिया था कि इस बार कुछ कर दिखाना है। एग्जाम के समय में कभी घड़ी की तरफ मुड़कर नहीं देखा। आठ घंटे तक लगातार पढ़ाई कर आसमान को छू लिया। यह कहानी है मंडल टॉप करने वाले अरशद इकबाल...
वह काफी जुनूनी है। उसने ठान लिया था कि इस बार कुछ कर दिखाना है। एग्जाम के समय में कभी घड़ी की तरफ मुड़कर नहीं देखा। आठ घंटे तक लगातार पढ़ाई कर आसमान को छू लिया। यह कहानी है मंडल टॉप करने वाले अरशद इकबाल की। नगर के पंडित रामनाथ मिश्रा उच्चतर विद्यालय के छात्र अरशद इकबाल ने 93.83 फीसदी अंक हासिल कर परिवार के माथे पर गौरव का टीका लगा दिया।
क्षेत्र के इस्लामगंज गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक इकबाल हुसैन व ग्रहणी मां वसीम सिद्दीकी के बेटे अरशद इकबाल ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में कमाल कर दिया। वालिद के शिक्षक होने के नाते हमेशा घर में शिक्षा का माहौल मिला।
बड़ी बहन सगुफ्ता शाहीन भी हाई स्कूल व इंटरमीडिएट में जिला टॉपर श्रेणी में रही थी तो बहन से भी पढ़ाई में काफी मदद मिली। अरशद ने कहा कि उनके बाबा का सपना था कि हम सभी भाई-बहन शिक्षा में हमेशा अग्रसर रहे। क्योंकि शिक्षा से ही समाज का कल्याण होता है।
अरशद बताते हैं कि उन्होंने सोशल मीडिया की मदद पढ़ाई के लिए ली थी। उनका सपना डाक्टर बनने का है। चिकित्सा क्षेत्र में समाज को चिकित्सको की बहुत जरूरत है।
हर विषय का बना रखा था टाइम टेबल
अरशद इकबाल यूं ही पूरे मंडल में टॉप नहीं कर गए। उन्होंने उसके लिए पूरी प्लानिंग तैयार की। शाम सात बजे से पढ़ाई शुरू करते थे। रात के दो और चार कब बज गए, उन्हें नहीं पता था। पढ़ाई को लेकर घर में हर विषय का टाइम टेबल सेट था। उसी के अनुसार पढ़ाई करते थे। उनकी मां वसीम सिद्दीकी बताती हैं कि पढ़ाई को लेकर उसमें काफी जुनून है। तबियत खराब होने के डर से रात में डांटकर सुलाते थे।
परिवार में मिला शैक्षिक माहौल
टॉपर अरशद इकबाल की बड़ी बहन शगुफ्ता शाहीन भी जिला टॉपर श्रेणी में रही है। शगुफ्ता ने 2018 में इंटरमीडियट की परीक्षा 89 फीसदी अंक पाकर जिले में द्वितीय स्थान पाया था। वही 2016 में हाईस्कूल की परीक्षा 92.83 फीसदी अंक पाकर जिले में चौथे स्थान पर रहीं थी। अरशद इकबाल से एक साल छोटे भाई अफजल ने भी इसी वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा 86.66 फीसदी अंक पाकर सफलता अर्जित की है।