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UP Board Result 2020:खराब राइटिंग को नहीं बनने दी कमजोरी, बस पढ़ती गई स्‍वाति और बन गई जिला टॉपर 

अमूमन सफलता पाने पर जहां लोग अपनी कमियां सार्वजनिक करने से बचते हैं वहीं यूपी बोर्ड हाईस्कूल में 91.83 फीसदी अंक पाकर जिला टॉप करने वाली स्वाति ने अपना मजबूत पक्ष तो बताया ही साथ ही कमियां भी गिनाईं।...

Ajay Singh वरिष्‍ठ संवाददाता , गोरखपुर Sat, 27 June 2020 07:56 PM
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अमूमन सफलता पाने पर जहां लोग अपनी कमियां सार्वजनिक करने से बचते हैं वहीं यूपी बोर्ड हाईस्कूल में 91.83 फीसदी अंक पाकर जिला टॉप करने वाली स्वाति ने अपना मजबूत पक्ष तो बताया ही साथ ही कमियां भी गिनाईं। स्वाति ने कहा कि उसकी राइटिंग बहुत अच्छी नहीं है। मैप वर्क भी कोई खास नहीं। लेकिन हां मजबूत था तो आत्म विश्वास। 

निरंतर अध्ययन और मोबाइल से दूरी ने इस मुकाम तक पहुंचाया। स्वाति ने बताया कि वह रोजाना चार घंटे की पढ़ाई करती थी। कहा कि अच्छे अंक लाने के लिए घंटों किताबों से चिपका रहना जरूरी नहीं है। कम लेकिन एकाग्र होकर पढ़ें तो अच्छे निश्चित तौर पर मिलेंगे। बताया कि उनकी राइटिंग अपनी कक्षा की कई सहेलियों से बहुत ही औसत थी। कभी-कभी लगता कि ऐसे तो परीक्षा में नम्बर कटेंगे। इस तरह के ख्याल आते जरूर थे लेकिन उसे अपने ऊपर कभी हॉवी नहीं होने देती थी। मैप वर्क भी कुछ खास नहीं था। इन सब के बाद से मैं अपनी पुरानी रफ्तार से पढ़ती रही और अपने गुरुओं और माता-पिता के आर्शीवाद से जिले में पहले स्थान पर रही। 

स्वाति इंजीनियरिंग करने के बाद आईएएस बनना चाहती है। स्वाति का कहना है कि उनके पिता सतीश चंद चाहते हैं कि बेटी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करे और मेरा सपना है कि मैं आईएएस बनकर देश की सेवा करूं। ऐसे में मैं पहले इंजीनियरिंग करुंगी उसके बाद यूपीएससी की तैयारी करुंगी। 

कमजोर कड़ी
-राइटिंग का अच्छा न होना
-मैप वर्क का बेहतर न होना
-किसी-किसी काम में जल्दबादी

मजबूत इरादे
-किसी भी विषय पर लेख
-ग्रहण शक्ति
-मजबूत आत्म विश्वास
-इच्छाशक्ति

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