सत्र शुरू होने के ढाई महीने बाद बच्चों को मिलेंगी किताबें, एनसीईआरटी की 20 जून से आपूर्ति
यूपी में सत्र शुरू होने के ढाई महीने बाद बच्चों को किताबें मिलेंगी। पहली बार एनसीईआरटी किताबें लागू हुईं जिनकी आपूर्ति 20 जून से होगी। गर्मी की छुट्टी के बाद 25 जून को स्कूल खुलने पर किताबें देंगे।
उत्तर प्रदेश के एक लाख से अधिक स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा एक व दो के लाखों बच्चों को शैक्षिक सत्र 2024-25 शुरू होने के ढाई महीने बाद नि:शुल्क किताबें मिलेंगी। इस साल से पहली बार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें कक्षा एक व दो में लागू की जा रही हैं। किताबों को यूपी के परिप्रेक्ष्य में दोबारा लिखने और बेसिक शिक्षा परिषद से मंजूरी मिलने में समय लग गया। इसके चलते एक अप्रैल को सत्र शुरू होने पर कक्षा तीन से आठ तक की किताबें तो बांटी गईं लेकिन कक्षा एक व दो बच्चे अब तक इंतजार कर रहे हैं।
शासन के निर्देश पर मई अंत में प्रकाशकों को नि:शुल्क किताबों का वर्क ऑर्डर दिया गया है और 20 जून से सप्लाई आनी शुरू हो जाएगी। गर्मी की छुट्टियों के बाद 25 जून से स्कूल खुलने पर बच्चों को किताबें देने की तैयारी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी के अनुसार 20 जून से किताबें आने लगेंगी और स्कूल खुलने पर एक व दो के 95 हजार से अधिक बच्चों को किताबें दी जाएंगी।
दोनों कक्षाओं में 20 किताबें और वर्कबुक
कक्षा एक व दो में 20 किताबें और वर्कबुक चलेंगी। सारंगी नाम से हिन्दी, आनंदमय गणित नाम से गणित और मृदंग नाम से अंग्रेजी की किताबें और वर्कबुक छपवाई गई है। उर्दू माध्यम से पढ़ने वाले बच्चों के लिए उर्दू भाषा की किताब शहनाई और गणित की किताब आनंदमय रियाजी है जबकि अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने वाले बच्चों के लिए जॉयफुल मैथमेटिक्स नाम से गणित की किताबें प्रकाशित की गई है।