UP: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ, भाजपा के घोषणा पत्र की डाली आहूति
जौनपुर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंगलवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। कचहरी परिसर में आयोजित यज्ञ के दौरान भाजपा के चुनावी घोषणा...
जौनपुर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंगलवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। कचहरी परिसर में आयोजित यज्ञ के दौरान भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र की आहूति भी डाली गई। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कहा कि सरकार मानदेय बढ़ाने की घोषणा तो करती है। मगर जब जियो जारी होता है तो वह प्रोत्साहन राशि में बदल जाता है।
कार्यकत्रियों ने आरोप लगाया कि कई बार मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत की गई है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मानदेय में वृद्धि हो जाएगी। 2017 में 12 सदस्य कमेटी का गठन मानदेय वृद्धि के लिए किया गया था। कमेटी द्वारा जो रिपोर्ट दी गई थी उसमें 8 हजार की राशि तय की गई थी। आंगनबाड़ी संगठनों द्वारा इसका विरोध किया गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया कि फरवरी 2018 के बाद 8-10 हजार रुपयों की मानदेय वृद्धि की जाएगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
यज्ञ के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों की आहुति दी गई। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने यज्ञ में भाजपा का घोषणा पत्र भी स्वाहा कर दिया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को जुमलेबाज बताते हुए यज्ञ की शुरुआत की गई। प्रदेश की योगी सरकार और उसके मंत्रिमंडल के खिलाफ भी यज्ञ में आहुति दी गई। इंटेलिजेंस और अन्य विभाग के प्रशासनिक अधिकारी इस दौरान मूकदर्शक बने रहे।
भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव की तैयारी
आंगनवाड़ी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष व जौनपुर की जिला अध्यक्ष सरिता सिंह ने बताया कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्री के साथ छलावा कर रही है। सरकार मानदेय बढ़ाने की घोषणा तो करती है मगर जब जियो आता है तो वह प्रोत्साहन राशि में बदल जाता है। इसको लेकर कई बार सरकार का ध्यान भी आकर्षित किया गया है लेकिन मामले का कोई हल नहीं निकल रहा है।
उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में जिस तरह से इन्हें मुख्यमंत्री के पद पर बैठाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने सहयोग किया था उसी तरह से इस बार इनका विरोध किया जाएगा। अगर मांग नहीं मानी गई तो प्रदेश भर की पौने चार लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्री सरकार के खिलाफ बिगुल फूकेंगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अगर संभव हुआ तो इन के प्रत्याशियों के खिलाफ पूरी मजबूती से चुनाव भी लड़ा जाएगा।
15 दिसंबर को लखनऊ में होगा पैदल मार्च
उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर से सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्री कलम बंद हड़ताल पर है। सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की जा रही है। 14 दिसम्बर को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का यह हुजूम लखनऊ जाएगा। उन्होंने बताया की 15 दिसम्बर को लखनऊ के ईको गार्डन से विधानसभा सदन के लिए पैदल मार्च भी करेंगी।