यूपी: बर्ड सेंचुरी शेखा झील बनेगी विलेज टूरिज्म सेंचुरी, बनेंगे ओपन थियेटर, ईको हट
अलीगढ़ बर्ड सेंचुरी शेखा झील अब विलेज टूरिज्म सेंचुरी बनेगी। यहां ओपन थियेटर, ईको हट भी बनाए जाएंगे। साथ ही सैलानियों को ठहराने की व्यवस्था कराई जाएगी। शेखा झील में कई देशों के पक्षियों का डेरा है।
अलीगढ़ में शेखा झील को विलेज टूरिज्म सेंचुरी के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। यहां सैलानियों को ठहराने की व्यवस्था से लेकर ओपन थिएटर, ईको हट, वोटिंग, आर्टफिशियल झील का भी लोग लुत्फ उठा सकेंगे। शेखा झील में प्रत्येक वर्ष सर्दी के मौसम में हजारों विदेशी पक्षी दूर-दराज से यहां आकर ठहरते हैं।
शेखा झील को विलेज टूरिज्म सेंचुरी बनाए जाने का प्रस्ताव पूर्व में ही शासन को भेजा गया था। इस प्रस्ताव के तहत करीब ढाई करोड़ का बजट शासन स्तर से मंजूर होना है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर विलेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए शेखा झील से सटे दो गांव में विलेज टूरिज्म समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति गांव में कुछ ऐसे ग्रामीणों को तैयार करेगी, जिनके घर आदि में सैलानियों को ठहराए जाने की व्यवस्था कर सके। जिसके एवज में ग्रामीणों को पैसा भी मिलेगा।
सर्किट में शामिल होगी शेखाझील
पूर्व डीएफओ दिवाकर वशिष्ठ ने बताया कि शेखाझील को विलेज टूरिज्म सेंचुरी बनाए जाने के संबंध में प्रस्ताव पूर्व में शासन को भेजा जा चुका है। इसके साथ ही शेखाझील को टूर ऑपरेटरों से वार्ता कर सर्किट में शामिल कराने के संबंध में वार्ता की गई थी। सर्किट में शामिल होने से शेखा झील, एटा का पटना पक्षी विहार, चंबल, आगरा की वर्ल्ड सेंचुरी को एक साथ सैलानी घूमने का लुत्फ उठा सकेंगे।
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ईको टूरिज्म के लिए भी होंगे कार्य
ईको टूरिज्म (पारिस्थितिकी पर्यटन) को बढ़ावा देने के लिए शेखा झील को पिकनिक स्पॉट के रूप में भी विकसित किया जाना है। इसके लिए शासन स्तर से वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन (ओडीओडी) कार्यक्रम तैयार किया था। इसके तहत प्रदेश के हर जिले में ऐसी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, जहां ईको-टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सके। जिसमें शेखा झील को शामिल किया जा चुका है।
साइबेरियन पक्षियों का रहता है डेरा
जीटी रोड पर पनैठी-गंगीरी मार्ग पर स्थित शेखा झील में सर्दी के दिनों में साइबेरियन पक्षियों का डेरा रहता है। झील का क्षेत्रफल करीब 500 बीघा है। वर्ष 1996 में इस झील को प्रशासन ने अपनी देख रेख में लिया था। वर्ष 2003 में बसपा शासनकाल में इसे स्थानीय झील का दर्जा मिला था। वर्ष 2016 में सपा शासनकाल में पर्यावरण चेयरमैन रहे पूर्व मंत्री ख्वाजा हलीम के प्रयासों से इस झील को राष्ट्रीय पक्षी विहार घोषित किया गया था।
पर्यावरणविद्, सुबोध नंदन शर्मा ने कहा कि शेखा झील को विलेज टूरिज्म सेंचुरी के रूप में तैयार होने से यहां पर सैलानियों की संख्या में इजाफा होगा। लोगों को प्रकृति के बारे में जानना चाहिए। इससे न केवल यहां पर्यटन क्षेत्र विकसित होगा बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा । बच्चे भी परिजनों के साथ पिकनिक स्पॉट का आनंद उठा सकेंगे।