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महिला मित्र से बात करने पर लड़के के हाथ बांध गांव में घुमाया, कार की डिग्गी में डालकर किया अगवा

आगरा के युवक को गांव के ही लोगों ने विवाहिता से बात करने पर अगवा कर लिया। पुलिस ने उसकी जान बचाई। विवाहिता के परिवार ने लड़के के हाथ बांधकर गांव में घुमाया और कार की डिग्गी में डालकर कन्नौज ले गए।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान टीम, आगराMon, 29 July 2024 11:21 AM
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आगरा में सिकंदरा के अरसेना में शादी के बाद गांव की युवती से बातचीत करना युवक को महंगा पड़ गया। युवती के परिजनों ने युवक को पकड़ लिया। पहले हाथ बांधकर गांव में घुमाया बाद में कार की डिग्गी में डालकर उसे युवती की ससुराल कन्नौज ले गए। रास्ते में उसे बेरहमी से पीटा। सिकंदरा पुलिस की तत्परता से युवक की जान बच गई। आरोपित उसे जान से मारना चाहते थे। इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज शर्मा ने बताया कि अरसेना निवासी अंकित की गांव की एक युवती से दोस्ती थी। 

युवती की शादी गांव कर्मुल्लापुर छिबरामऊ (कन्नौज) में हो गई। अंकित सोशल मीडिया पर युवती से जुड़ा रहा। उससे फोन पर भी बातचीत करता था। फेसबुक पर दोनों की चेटिंग की जानकारी युवती के ससुरालीजनों को हो गई। उन्होंने मायके वालों को बताया। युवती के परिजनों ने अंकित को सबक सिखाने की ठान ली। 26 जुलाई को उसे साजिश के तहत अपने घर बुलाया। पहले उसकी पिटाई लगाई। हाथ बांधे। गांव में घुमाया। बाद में अंकित को कार की डिग्गी में डालकर युवती की ससुराल ले गए। वहां उसे ससुरालीजनों के सुपुर्द कर दिया। ताकि वे उसे अपने अनुसार सजा दे सकें। 

ससुरालीजनों ने भी उसे पीटा। शुक्रवार की रात अंकित की मां ने सिकंदरा पुलिस से शिकायत की। शनिवार को सिकंदरा पुलिस ने युवक की तलाश में छापेमारी शुरू की। अरसेना के मूला पहलवान और संजय को गिरफ्तार किया। पुलिस के दबाव के चलते आरोपियों ने अंकित को मुक्त किया। पुलिस ने अपहरण की धारा में मुकदमा लिखा। इंस्पेक्टर सिकंदरा ने बताया कि मुकदमे में गांव अरसेना निवासी मूला पहलवान, संजय, राजू, जीतू व छिबरामऊ निवासी सिंटू, विकास, सुरेंद्र नामजद हैं। आरोपित राजू फौजी है। वह छुट्टी पर आया था, घटना के बाद भाग गया। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

मारपीट कर डिग्गी में रखते थे
अंकित भयभीत है। उसके शरीर पर चोट के निशान है। पुलिस के दबाव में आरोपित उसे हाइवे पर छोड़कर भाग गए थे। अंकित ने पुलिस को बताया कि मारपीट के बाद आरोपित उसे डिग्गी में बंद रखते थे। वह 24 घंटे से अधिक समय तक कैद में रहा।

जातिगत तनाव की आशंका थी
इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि अंकित सविता समाज से है। आरोपित यांदव हैं। घटना से गांव में जातिगत तनाव की आशंका के चलते फोर्स तैनात किया गया था। युवक की सकुशल रिहाई पुलिस के प्रयास से ही संभव हुई।

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