Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Agra 127 Overhead Water Tank to be demolished Jal Nigam Instructed to issue warning boards

आगरा मंडल में गिराई जाएंगी 127 पानी की टंकियां, जल निगम को दिए ये आदेश

आगरा मंडल के चार जिलों में 127 पानी की टंकियां गिराई जाएंगी। इसके लिए जल निगम को आदेश दिए गए हैं। जर्जर हालत में सभी टंकियों के पास चेतावनी बोर्ड लगाने के आदेश दिए गए। जल्द गिराने की कार्रवाई होगी।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान टीम, आगराWed, 24 July 2024 09:33 AM
share Share

आगरा मंडल के चारों जिलों में 127 पानी की टिंकियां जर्जर हैं। इन सभी को ध्वस्त कराया जाएगा। टंकियों के आसपास चेतावनी बोर्ड लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। वहीं मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में दिव्यांग छात्रों के कम संख्या में नामांकन पर नाराजगी जताई है। मंडलायुक्त ने कहा कि 190 टंकियां 30 वर्ष से अधिक पुरानी हैं जिसमें लगभग 127 जर्जर अवस्था में और उनका ध्वस्तीकरण होना आवश्यक है। 

ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया लंबी होने पर चेतावनी बोर्ड लगाये जाने के लिए कहा गया, जिससे लोग और बच्चे जर्जर पानी की टंकी के आसपास न जायें। स्पष्ट कहा कि अगर बारिश के मौसम में मथुरा जनपद की तहर अन्यत्र फिर घटना की पुनरावृत्ति हुई तो इस बार लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ गंभीरता से कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने मंडल में दिव्यांग छात्रों के नमांकन एवं उन्हें प्रदत्त सुविधाओं की समीक्षा की गयी। बेसिक शैक्षिक वर्ष 2024-25 में पिछले एक माह में दिव्यांग छात्रों के नामांकन में सिर्फ 231 की वृद्धि होने के बाद कुल 13797 छात्रों के ही नामांकन हुए जो कि पिछले वर्ष की अपेक्षा (कुल नामांकन 14095) अभी भी कम है।

चारों जनपदों की रैंकिंग में गिरावट पर नाराजगी
वहीं 15वां वित्त आयोग, पंचम वित्त आयोग, सामुदायिक शौचालय, माडल ओडीएफ, जन सेवा केन्द्र में प्रगति न दिखने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई। वहीं पंचायती राज में चारों जनपदों की खराब रैंकिंग पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारियों को संबंधित बीडीओ और डीपीआरओ की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। कृषि विभाग के अन्तर्गत किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, कुसुम, सखी और बैंक क्रेडिट लिंकेट आदि में चारों जनपदों की रैकिंग में गिरावट होने पर मंडलायुक्त द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी। उन्होंने कहा कि सड़कों पर गड्ढे होने की शिकायतें सामने आ रहीं हैं। विशेषकर कांवड़ यात्रा मार्ग को पूरी तरह से गड्ढामुक्त बनाया जाए। वहीं जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि एक बार अपने जनपद में पीडब्ल्यूडी की बड़ी सड़कों की जांच कर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें