कोलकाता से दिल्ली जा रहे आठ रोहिंग्या कानपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार
एटीएस ने कोलकाता से दिल्ली जा रहे आठ रोहिंग्या को कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन से गिरफ्तार किया है। हालांकि, एटीएस ने सभी की गिरफ्तारी लखनऊ से दिखाई है। ये सभी आरोपित सियालदह राजधानी...
एटीएस ने कोलकाता से दिल्ली जा रहे आठ रोहिंग्या को कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन से गिरफ्तार किया है। हालांकि, एटीएस ने सभी की गिरफ्तारी लखनऊ से दिखाई है। ये सभी आरोपित सियालदह राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे। वहां से भारतीय दस्तावेजों के सहारे हवाई जहाज से उन्हें दुबई भेजा जाना था।
एटीएस को सूचना मिली थी कि फर्जी आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड, पासपोर्ट आदि बनाकर बांग्लादेशी रोहिंग्या की भारत में घुसपैठ कराई जा रही है। इन दस्तावेजों से भारतीय नागरिक बनाकर यहां बसाया जा रहा है। इसके बाद एटीएस ने इस सिंडिकेट के खिलाफ सबूत जुटाना शुरू किया। साथ ही एटीएस थाना लखनऊ में 12 अक्तूबर 2021 को धोखाधड़ी, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने, फर्जी सरकारी दस्तावेजों का प्रयोग करने, पासपोर्ट अधिनियम की धाराओं में एफआईआर दर्ज की।
जांच के दौरान मिथुन मंडल, समीर मंडल, अजय घिल्डियाल, विक्रम सिंह, रोनी पाल, वापी राय, पिंटू दास, हरीश उल्ला उर्फ मोहम्मद जमील और नूर आमीन उर्फ सुदीप मैथी को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ में बांग्लादेशी महफुजुर्रहमान और रतन मंडल के बारे में जानकारी मिली। यही दोनों रोहिंग्या को भारत में फर्जी प्रपत्रों के आधार पर बसा रहे थे।
सरगना को कोलकाता से पकड़ा
हफुजुर्रहमान के खिलाफ जांच में एटीएस को पता चला कि वह 11 दिसम्बर को सियालदह राजधानी एक्सप्रेस से आठ रोहिंग्या को कोलकाता से दिल्ली ले जा रहा है। सूचना मिलने के साथ ही एटीएस की एक टीम ने कोलकाता में महफुजुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया। वहीं वाराणसी की एटीएस यूनिट पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर (12 दिसम्बर को) उसमें सवार हो गई। आरोपितों की शिनाख्त पुख्ता होने पर कानपुर यूनिट को सूचना दी गई। कानपुर यूनिट ने भोर में कानपुर सेंट्रल के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन पर ट्रेन पहुंचने पर आठों आरोपितों को दबोच लिया। इसके बाद बांग्लादेश से इनके असली दस्तावेज भी मंगाए गए, जिससे पूरे मामले की पुष्टि हो गई।
कानपुर में इन्हें दबोचा गया
कानपुर में पकड़े गए आठों आरोपित भारत में बने फर्जी पहचान पत्रों के साथ यात्रा कर रहे थे। इन कागजातों के आधार पर इनके नाम रिंकू विश्वास, अजीत दास, राजेश विश्वास, पलास विश्वास, विजय दास, गोलक मंडल, मानिक दत्ता और गोविंद दास हैं।