यूपी 72825 शिक्षक भर्ती: डाटा न देने वाले प्राचार्यों, बीएसए के वेतन से होगी वसूली
72825 शिक्षक भर्ती निरस्त होने के बाद शुल्क वापसी के लिए अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में आवेदन किए थे। डाटा मांगा गया था। सचिव ने 23 अगस्त तक डाटा न भेजने वाले पर वसूली होगी
यूपी में 72825 शिक्षक भर्ती निरस्त होने के बाद शुल्क वापसी के लिए अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में आवेदन किए थे। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने अभ्यर्थियों की जानकारी बीएसए और डायट प्राचार्य मांगी थी। कई जगहों से डाटा नहीं मिला है। रविवार को सचिव ने 23 अगस्त तक डाटा न भेजने वाले बीएसए और डायट प्राचार्य को चेतावनी पत्र जारी किया है। कहा है कि डाटा न भेजने पर शुल्क वापसी उनके वेतन से की जाएगी। ।
शुल्क वापसी के लिए कई अभ्यर्थी कोर्ट गए थे। इसके बाद 2018 में परिषद ने शुल्क वापसी के आदेश जारी किए थे, लेकिन इसे अमल में नहीं लाया गया। हाल ही में कोर्ट ने फिर शुल्क वापसी के आदेश दिए हैं। जल्द ही इसकी सुनवाई के लिए तारीख लगी है।
बेसिक शिक्षकों के 72,825 पदों के लिए 2012 में विज्ञापन जारी किया गया था। भर्ती के लिए जिलेवार आवेदन मांगे गए थे। ऐसे में अभ्यर्थियों ने कई जिलों में आवेदन किए थे। ऐसे अभ्यर्थी भी रहे, जिन्होंने 40-45 जिलों में आवेदन किया था। विज्ञापन में त्रुटि होने के कारण ये भर्ती निरस्त कर दी गई थी। उसके बाद नए सिरे से भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया, लेकिन पहले आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से ली गई फीस आज तक वापस नही हुई।