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यूपी 68500 शिक्षक भर्ती: नतीजों में गड़बड़ी को लेकर सचिव सुत्ता सिंह सस्पेंड

UP 68500 Assistant Teacher Recruitment: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के नतीजों में गड़बड़ी की खबरें आने के बाद बड़ी कार्रवाई की है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सुत्ता...

लाइन हिन्दुस्तान टीम इलाहाबादSun, 9 Sep 2018 01:47 AM
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UP 68500 Assistant Teacher Recruitment: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के नतीजों में गड़बड़ी की खबरें आने के बाद बड़ी कार्रवाई की है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सुत्ता सिंह को निलम्बित कर दिया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा व रजिस्ट्रार, विभागीय परीक्षाएं जीवेंद्र सिंह ऐरी को हटा दिया गया है। वहीं मामले की जांच के लिए प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई है। ये कमेटी एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी।

सुत्ता सिंह की जगह मेरठ के संयुक्त शिक्षा निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी को परीक्षा नियामक प्रधिकारी का सचिव बनाया गया और सर्व शिक्षा अभियान में तैनात अजय कुमार को रजिस्ट्रार बनाया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में अपर शिक्षा निदेशक रूबी सिंह को बेसिक शिक्षा परिषद का सचिव बनाया गया है।

जांच समिति में सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक वेदपति मिश्रा और बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह को सदस्य बनाया गया है। यह समिति भर्ती में हुई अनियमितताओं की गहन जांच करेगी और दोषी कर्मचारी,  अधिकारी का उत्तरदायित्व तय करते हुए अपनी रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर सौपेंगी। वहीं कमेटी अगली लिखित परीक्षा को चाक चौबंद रखने के लिए सुझाव भी देगी।

13 अगस्त को घोषित हुआ था रिजल्ट
68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम 13 अगस्त को घोषित हुआ था। सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के परिणाम में 41,556 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। रिज़ल्ट निकलने के बाद से ही यह लिखित परीक्षा सवालों के घेरे में थी। सबसे पहले हाईकोर्ट में एक अभ्यर्थी की कॉपी बदलने का मामला सामने आया । वहीं इसके बाद अधिकारियों ने आरक्षण के नियमों की अनदेखी करते हुए सफल अभ्यर्थियों में से लगभग 6000 अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया। इन अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और राज्य सरकार के दखल के बाद इन्हें भर्ती में शामिल किया गया और जिले आवंटित किए गए। 

परीक्षा में पास नहीं हुए थे, पर जिले आवंटित
वही मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र बांटने के बाद 23 ऐसे अभ्यर्थियों का मामला सामने आया जो लिखित परीक्षा में पास नहीं हुए थे लेकिन उन्हें शिक्षक भर्ती में जिले आवंटित कर दिए गए थे। ऐसे अभ्यर्थियों का नियुक्ति पत्र रोकने के आदेश जारी किए गए। इसके बाद से ही भर्ती प्रक्रिया में किसी बड़े घोटाले की आशंका जाहिर की जा रही थी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने विभगीय अधिकारियो को तलब किया और दोषियो के खिलाफ करवाई के निर्देश दिए। 

रूबी सिंह की परिषद में नियुक्ति के बाद उनकी जगह पर अपर शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप को तैनाती दी गई ही। वही परीक्षा नियामक के रजिस्ट्रार जीवेंद्र सिंह ऐरी को कौशाम्बी डाइट में वरिष्ठ प्रवक्ता बनाया गया है। वहीं डाइट लखनऊ के प्राचार्य पवन सचान को सर्व शिक्षा अभियान में संयुक्त निदेशक के पद पर तैनाती दी गई है । वहीं माध्यमिक शिक्षा में उपनिदेशक भगवती सिंह को बेसिक शिक्षा के कार्यों के लिए शासन से संबद्ध कर दिया गया है।

गड़बड़ी के मामले
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने दो ऐसे अभ्यर्थियों को सफल घोषित कर दिया जो परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए थे। यही नहीं, परीक्षा में फेल कुल 23 अभ्यर्थियों को पास कर दिया गया। इन 23 में से 20 अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था और इन्हें जिलों का आवंटन भी हो गया। मंगलवार को गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद विभाग में हड़कम्प मच गया था।

आननफानन में जिन जिलों में इन 20 फेल अभ्यर्थियों को भेजा गया था वहां के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर इन्हें नियुक्ति पत्र जारी करने से रोक दिया गया है। जिन जिलों में इन फेल अभ्यर्थियों का आवंटन हुआ था उनमें मैनपुरी, अलीगढ़, बाराबंकी, सीतापुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बलरामपुर, मुरादाबाद, जौनपुर, चित्रकूट, बुलंदशहर, गोंडा और मेरठ शामिल हैं।

UP शिक्षक भर्ती खुलासा: बिना आवेदन और परीक्षा दिए हो गए पास,मचा हड़कंप

गुरुवार को सुत्ता सिंह ने कहा था कि छात्रों और शासन स्तर से परिणाम जल्दी जारी करने के लिए दबाव बनाए जाने के चलते ज्यादातर गड़बड़ियां हुई हैं। क्रॉसचेक करने के लिए थोड़ा और वक्त मिल जाता तो ऐसी स्थिति सामने नहीं आती। 122 नंबर पाने वाले अभ्यर्थी को 22 नंबर मिलने पर सुत्ता सिंह ने कहा कि ऐसी गड़बड़ी कॉपी से अंक शीट पर नंबर चढ़ाने के दौरान हुई है। 23 असफल अभ्यर्थियों को सफल होने का प्रकरण भी कुछ इसी तरह से हुआ है। महिला अभ्यर्थी की कॉपी बदलने का प्रकरण सामने आने के बाद जब एजेंसी ने रिजल्ट की जांच की तो यह मामला सामने आया, जिसके बाद नियुक्ति पत्र जारी करने से रोका गया। 

संशोधित परिणाम इस माह के अंत तक
शिक्षकों की भर्ती परीक्षा का परिणाम संशोधित कर इस महीने के अंत तक जारी किया जाएगा। इसके बाद जो अभ्यर्थी सफल होंगे, उनकी अलग से काउंसिलिंग कराकर नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा।

 

 

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